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छपरा जहरीली शराब कांड में अब तक 70 लोगों की जान गई

थाने से जब्त स्प्रिट गायब, शक- इसी से बनी थी शराब; 3 सप्लायर यही शराब पीकर मरे

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बिहार के छपरा जहरीली शराब कांड में अब तक 70 लोगों की जान चली गई है। अभी कई लोगों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं इस शराब कांड में नया खुलासा हुआ है। यहां थाने में जब्त स्प्रिट के कंटेनर से बड़ी मात्रा में स्प्रिट गायब है। शक है कि इसी से यह जहरीली शराब बनी थी, जिसे पीकर मौतें हुईं। यह कहीं और से नहीं बल्कि थाने से सप्लाई की गई थी। इस बात का सबूत के तौर पर ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर एक्साइज डिपार्टमेंट के मुख्य सचिव केके पाठक को भेजा है।

इस मामले में शिकायत के बाद मुख्य सचिव हरकत में आए और जांच के लिए ज्वॉइंट कमिश्नर कृष्णा पासवान और डिप्टी सेक्रेटरी निरंजन कुमार को भेजा। उन्होंने देखा तो जब्त स्प्रिट के ड्रम खुले थे। स्प्रिट गायब थी। अब सैंपल पटना भेजा गया है। जिन लोगों ने शिकायत की है उन्होंने कहा है कि वहीं से चौकीदार और पुलिस की मदद से थाने से स्प्रिट की सप्लाई धंधेबाजों को की गई। कई कंटेनर के ढक्कन गायब हैं।

छपरा जहरीली शराब कांड- शराब से मौतों का आंकड़ा 70 हो गया। पहले दिन मंगलवार को 5 मौतें हुई थीं। इसके बाद बुधवार को 25 और गुरुवार को 19 लोगों की जान गई। शुक्रवार सुबह तक 4 और लोगों को जहरीली शराब निगल गई। सबसे ज्यादा मौतें छपरा के मशरख, अमनौर और मढ़ौरा इलाकों में हुई हैं। ये लोग निजी क्लीनिकों में या घर पर इलाज करा रहे थे। मरने वालों में तीन ऐसे लोग हैं जो खुद ही शराब बेच रहे थे। दूसरी तरफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मशरख के थानेदार और चौकीदार को सस्पेंड कर दिया है जबकि डीम ने मढौरा के एसडीपीओ को ट्रांसफर करने और विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा विभाग से की है।

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एक्साइज डिपार्टमेंट की 7 टीमें छापेमारी कर रही हैं। मशरख के अलग-अलग इलाके से 600 लीटर अवैध शराब बरामद हुई है। अब तक 48 घंटे में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर, CM नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं। सबको अलर्ट रहना चाहिए, क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा।

गौर करें तो छपरा में बड़ी संख्या में शराब से मौत के बाद भी अवैध रूप से देसी शराब बेचने का धंधा जारी है।

बिहार के छपरा में जहरीली शराब से अब तक 70 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। ये सरकारी आंकड़ा नहीं है। सारण के DC राजेश मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 26 लोगों की मौत की जानकारी दी है। वहीं 30 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनकी हालत गंभीर है। यानी मौतें और बढ़ सकती हैं। जिस मशरख इलाके में घटना हुई है, वहां थानेदार रितेश मिश्रा समेत 2 लोगों को सस्पेंड किया गया है। जांच के लिए SIT बनाई गई है। जहरीली शराब प्रकरण में अब तक दो प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमें 4 की गिरफ्तारी हुई है। पूरी जहरीली शराब से छपरा में दो दिनों में 53 लोगों की मौत हो चुकी है। पर शराबबंदी में भी शराब की तस्करी का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। तस्कर भी नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। गोपालगंज में बुधवार की देर रात उत्पाद विभाग की टीम ने एक शराब तस्कर को गिरफ्तार किया। तस्कर ने देसी शराब की प्लास्टिक की बोतलों को सेलो टेप से चिपका रखा था। 

बिहार के छपरा में जहरीली शराब से 70 लोगों की मौत हो गई है। कई लोगों का इलाज चल रहा है। इन मौतों को लेकर बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जमकर हंगामा हुआ। BJP ने इन मौतों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया और सदन के अंदर और बाहर नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

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