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नयी दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.चिंदबरम के बेटे कार्ति चिंदबरम के 9 ठिकानों पर 17 मई को सुबह करीब 6 बजे CBI ने छापा मारा है। CBI का कहना है कि कार्ति चिंदबरम ने 50 लाख रुपये की घूस के बदले 250 चीनियों को भारत का वीजा दिलवाने में मदद की। ये लोग पंजाब में चल रहे एक प्रोजेक्ट में काम के लिए आए थे। सीबीआई ने चेन्नई में स्थित कार्ति चिदंबरम के घर के साथ-साथ मुंबई, ओडिशा, कर्नाटक, तमिलनाडु और पंजाब में भी अलग-अलग लोकेशंस पर छापेमारी की। इसके साथ ही सीबीआई ने पी. चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम जिस घर में रहते हैं वहां भी अपनी टीम के साथ छापेमारी की है।
कार्ति चिंदबरम पर आरोप है कि कार्ति चिदंबरम ने 260 चीनियों का वीजा बनवाने में मदद के लिए 50 लाख रुपये घूस के बदले लिए थे। ये लोग पंजाब के मनसा एक पावर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए भारत आना था। सीबीआई इस बात की जांच में जुटी हुई है कि चीनी नागरिकों को ये वीजा किस दौरान दिलाए गए थे। वीजा जारी करवाए जाने का मामला होम मिनिस्ट्री के अंतर्गत आता है लेकिन कार्ति चिंदबरम ने इसका उल्लंघन किया है। कार्ति ने साल 2010-14 के बीच चीनी नागरिकों को वीजा उपलब्ध करवाए हैं।
I have lost count, how many times has it been? Must be a record.
— Karti P Chidambaram (@KartiPC) May 17, 2022
वहीं कार्ति चिंदबरम ने हो रही सीबीआई जांच पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट कर लिखा, मैं गिनती भूल गया हूं, यह कितनी बार हुआ है? एक रिकॉर्ड होना चाहिए।
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग का ये मामला साल 2007 का है और INX मीडिया कंपनी से जुड़ा है।उस वक्त इसकी डायरेक्टर शीना बोरा हत्याकांड की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी थे। इस मामले में ये दोनों पति-पत्नी भी आरोपी हैं। इन आरापों के मुताबिक पी. चिदंबरम ने उस वक्त वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर INX मीडिया हाउस को 305 करोड़ रु. का फंड लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (FIPB) से मंजूरी दिलाई थी।