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COVID SURGE IN CHINA: चीन के शंघाई सहित कई शहरों में कोविड अपना विकराल रूप ले रहा है। इसके चलते चीनी प्रशासन ने नागरिकों पर कई कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं। जिसको लेकर चीनी जनता बिलबिला उठी है। उसी के दमन के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग दमनात्मक कदम उठाते हुए कड़ी चेतावनी दी है। उधर चीन में कोविड के प्रकोप को देखते हुए सितंबर में होने वाले एशियाड गेम्स को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।
COVID SURGE IN CHINA: चीन के शंघाई सहित कई शहरों और ग्रामीण इलाकों में कोविड अपना विकराल रूप धारण कर रहा है। इसके चलते चीनी सरकार ने नागरिकों पर कई कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं। जिसको लेकर चीनी जनता बिलबिला उठी है। वो जगह-जगह पर विरोध जता रही है। अब जनता के इसी विरोध के दमन के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग दमनात्मक कदम उठाते हुए कड़ी चेतावनी दी है।
चीन ने यह सख्त चेतावनी ऐसे वक्त जारी की है, जब शंघाई के लोगों ने सख्त लॉकडाउन का विरोध किया है। उन्होंने अपनी खिड़कियों से बर्तनों को पीटते हुए और चिल्लाते हुए वीडियो जारी किए। कई अन्य लोग सड़कों पर पुलिस और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से भी भिड़ गए। इससे चीन में लॉकडाउन के बीच दमन की दुनियाभर में निंदा हो रही है।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जीरो कोविड नीति के चलते शंघाई सहित अन्य भागों में लोगों के दमन की खबरों के बीच कड़ी चेतावनी जारी की है। जिनपिंग ने कहा है कि चीन को अगर बदनाम किया गया और देश की नीति पर सवाल खड़ा किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। विरोध करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी। बदमान न किया जाए, जो देश की इस नीति पर सवाल उठाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।
उधर चीन में कोविड के प्रकोप को देखते हुए सितंबर में होने वाले एशियाड गेम्स को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। नए तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना कहर के कारण लॉकडाउन झेल रहे शंघाई में पिछले 5 हफ्तों में भोजन की गंभीर कमी देखी गई है। और कई जगह चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिलने के कारण लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए गुस्सा उतारा है। शंघाई में चीन सरकार की जीरो कोविड नीति के चलते मानवाधिकारों के दमन का कई वीडियो सामने आया है। जिसके चलते चीन पूरी दुनिया में बेनकाब हो रहा है। इससे अब चीनी सरकार और खासकर राष्ट्रपति शी जिनपिंग खफा हैं और कड़े कदम उठाने की चेतावनी है।
कोविड को लेकर चीन की गिरती साख पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च इकाई पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक हुई। इस बैठक में देश की शून्य-कोविड नीति का दृढ़ता से पालन करने का फैसला लिया गया। पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति ने इस नीति का विरोध करने पर या इस पर संदेह करने, या किसी भी तरह से बदनाम करने के खिलाफ कठोर कार्रवाई का फैसला लिया है।
सरकारी मीडिया के मुताबिक यह पहला मौका है जब जिनपिंग ने इस बैठक में महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया। शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण पैदा हो रहे आक्रोश के बीच राष्ट्रपति ने सख्त संकेत दिया है।
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार 7 सदस्यीय स्थायी समिति ने कहा है कि कोरोना पर नियंत्रण की चीन की नीति पार्टी ने तय की है और हमारे उपाय वैज्ञानिक और प्रभावी है। इसके साथ ही यह नीति समय की कसौटी पर खरी उतरी है। समिति ने यह भी कहा कि हमने वुहान में कोरोना की जंग सफलतापूर्वक जीती है और हम शंघाई में भी जीतेंगे। शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण लोगों में असंतोष बढ़ रहा है जिससे चीन की अर्थव्यवस्था को भी भारी झटका पहुंचा है, क्योंकि शंघाई चीन की व्यावसायिक राजधानी है।