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Reservation for Agniveers: देशव्यापी विरोध के चलते केंद्र सरकार ने अग्निवीरों के लिए रिजर्वेशन का ऐलान किया है। इसके तहत CAPF और असम रायफल्स में अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी रिजर्वेशन रहेगा। इसके साथ ही उम्र सीमा में भी तीन साल की बढ़ोतरी की गई है।
Reservation for Agniveers: देशव्यापी विरोध के चलते केंद्र सरकार ने अग्निवीरों के लिए रिजर्वेशन का ऐलान किया है। इसके तहत CAPF और असम रायफल्स में अग्निवीरों के लिए 10 फीसदी रिजर्वेशन रहेगा। इसके साथ ही उम्र सीमा में भी तीन साल की बढ़ोतरी की गई है।
Reservation for Agniveers: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों को तोहफा दिया है। गृह मंत्रालय ने अग्नि वीरों के लिए CAPF और असम राइफल्स में 10% आरक्षण का ऐलान किया है। अग्निवीरों के ये 10 फीसदी रिजर्वेशन एक्स आर्मीमेंस के लिए मिलने वाले 10 फीसदी कोटे के अलावा होगा। गृह मत्रालय के इस ऐलान के साथ अग्निवीरों की भर्ती में तीन साल की आयु सीमा बढ़ा दी है।
बता दें कि अग्निवीर भर्ती की घोषणा के साथ ही देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन हुए थे। इसको लेकर सरकार दबाव में आ गई। पहले तो 16 जून को केंद्र सरकार ने उनकी उम्र सीमा में 2 साल की बढ़ोतरी की थी। अब 10% CAPF और असम राइफल्स में रिजर्वेशन का ऐलान किया है। इसके साथ ही भर्ती के लिए 3 साल उम्र सीमा भी बढ़ा दी।
गौर करें तो इस घोषणा के साथ ही हर प्रदेश में विरोध शुरू हो गया था। जगह-जगह पुतले फूंके गए। ट्रेनों में आग लगाई गई। सरकारी संस्थाओं में तोड़फोड़ की गई। गाड़ियों को आग के हवाले किया गया। और ये प्रदर्शन अभी थम नहीं रहा है।
Reservation for Agniveers: सरकार की इस घोषणा के साथ ही तय हो गया है कि अब अग्निवीरों को कुल मिलाकर के 20% का रिजर्वेशन मिलेगा। पहले 10% एक्स आर्मीमेन के लिए और दूसरा 10 प्रतिशत अग्निवीर की सेवा समाप्ति के बाद मिलेगा। अग्निवीरों को ये आरक्षण उन्हें कैफ्प और असम राइफल्स में भर्ती के दौरान मिलेगा।
इस तरह से देखा जाए इस साल अग्निवीरों की भर्ती में अभ्यर्थियों को कुल मिलाकर पाँच साल की छूट मिलेगी। इनमें से दो साल कोरोना काल की वजह से और तीन साल सरकार ने अब उम्र सीमा बढ़ा दी है। इससे पहले अग्निवीरों की भर्ती के लिए साढ़े 17 साल की न्यूनतम आयु सीमा और अधिकतम आयु सीमा 21 साल की थी।
अब सरकार ने आयु सीमा में तीन साल की बढ़ोतरी कर उसे 24 साल कर दिया। वहीं इस साल भर्ती होने वाले अग्निवीरों के लिए कोरोना की वजह से दो साल की अतिरिक्त छूट दी गई है। मतलब इस साल 26 साल तक के अभ्यर्थी भी इसमें शामिल हो सकते हैं।
इस तरह से पहले साल की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को 5 साल की छूट मिलेगी।
बता दें कि पहले सरकार ने घोषणा की थी कि साढ़े 17 साल की उम्र से 21 साल के लोग अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। इन लोगों को मिलिट्री में जरूरत के हिसाब से अनेक विभागों में शामिल किया जाना। लेकिन चारों तरफ विरोध प्रदर्शन और आगजनी के बाद सरकार दबाव में आई। जिसकी वजह से सरकार ने पहले उम्र सीमा में 2 साल का रिलैक्सेशन दिया। लेकिन इसका भी कोई असर नहीं दिखा। देश भर में प्रदर्शन की आग फैलती चली गई। जिसकी वजह से सरकार दबाव में आई है। अब सरकार ने 10% आरक्षण का ऐलान किया है। साथ ही भर्ती के लिए उनकी उम्र में 3 साल रिलैक्सेशन दे दिया है।
गौर करें कि इस अग्निवीर भर्ती योजना के तहत सरकार इस साल 46,000 लोगों की भर्ती करना चाहती है। इस भर्ती की प्रक्रिया की प्रक्रिया में यह कहा गया था कि 4 साल के बाद केवल 25% लोग ही सेना में रिटेन किए जाएंगे। बाकी 75% लोगों की छुट्टी कर दी जाएगी।
अब सरकार के इस नए संशोधन के आधार पर अग्निवीरों की भर्ती में अब इस साल साढ़े 17 साल से लेकर के 26 साल तक के लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। हालांकि अगले साल से अधिकतम उम्र 24 साल ही रह जाएगी। क्योंकि कोरोना काल की वजह से इस साल की भर्ती प्रक्रिया में 2 साल की छूट दी गई है और 3 साल अब इसमें रिलैक्सेशन दिया गया है। बता दें कि कल ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा था कि यह प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है।
गौर करें तो अग्निवीरों की इस भर्ती के लिए सरकार की इस ठेका भर्ती प्रक्रिया का विपक्ष भी विरोध कर रहा है और सरकार से इस पर पुनर्विचार की माँग कर रहा है। इसके साथ ही जो अभ्यर्थी कई सालों से सेना की भर्ती में शामिल होने के लिए तैयीरी कर रहे थे। उनको तगड़डा झटका लगा था।
अग्निवीर भर्ती को लेकर विरोध प्रदर्शन को लेकर सरकार को अपनी इस योजना में दो बड़े संशोधन करने पड़े हैं। वहीं सपने टूटने की वजह से देश के लाखों नौजवानों में गुस्सा है। वो जगह-जगह तोड़फोड़ कर रहे हैं। इस आंदोलन में भी हमेशा की तरह अराजक तत्वों ने प्रवेश कर लिया है। वो लोग भी इस शामिल होकर सरकार और गैर सरकार संपत्तियों का भारी नुकसान कर रहे हैं।
बता दें कि सरकार की योजना के मुताबिक हर महीने अग्निवीरों को ₹30,000 सैलरी दी जाएगी, जिसमें से ₹9000 डिडक्ट कर लिए जाएंगे और यह डिडक्शन अग्निवीर कोर के लिए होगा। ऐसे में जब चार साल के बाद अग्निवीर सेना को अलविदा कहेंगे तो उनको खाते में 11.7 लाख की रकम ट्रांसफर कर दी जाएगी।
बता दें कि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स ( CRPF), सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्युरिटी फोर्स (CISF), बॉर्डर सिक्युरिटी फोर्स (BSF), सशस्त्र सीमा बल (SSB), और इंडो तिब्बत पुलिस फोर्स (ITBP) शामिल हैं। इसके अलावा म्यानमार सीमा पर तैनात असम रायफल्स भी गृह मंत्रालय के अधीन है। वहाँ भी अग्निवीरों को 10 फीसदी का आरक्षण मिलेगी।
ऐसे में केंद्र सरकार जहाँ अग्निवीरों की भर्ती को लेकर तरह-तरह के फायदे गिना रही है। वहीं विपक्ष और कुछ विशेषज्ञ सरकार के इस फैसले से खुश नहीं है और इसमें बदलाव की माँग कर रहे हैं।
उधर अग्निवीरों के नाम पर छले गए युवकों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। अब देखना है कि सरकार के नए बदलावों को प्रदर्शनकारी तोहफा समझ कर विरोध-प्रदर्शन का रास्ता छोड़ देते हैं या जारी रखते हैं।
कुछ भी हो प्रदर्शनकिरियों की हिंसक गतिविधियों का विरोध किया जाना चाहिए। उन्हें समझाने के लिए सरकार को संशोधन पर संशोधन नहीं बल्कि उनकी मूल माँग पर विचार करना चाहिए। वहीं सरकार को भी चाहिए कि सेना में ठेकाकरण की प्रक्रिया पर फिर से विचार करना चाहिए। ताकि भविष्य में भारतीय सेना क मनोबल ना गिरे।