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SSC SCAM @ARPITA: बंगाल में शिक्षक घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) को अर्पिता मुखर्जी के घर एक बार फिर 21 करोड़ का कैश हाथ लगा है। साथ ही तीन किलोग्राम सोना और कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं। वहीं नोटों की गिनती के लिए हाई स्पीड वाली मशीनें मंगाई गई।
SSC SCAM @ARPITA: बता दें कि 23 जुलाई को भी ED ने मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर छापा मारा था। अर्पिता के घर 21 करोड़ रुपए कैश और 1 करोड़ रुपए की ज्वेलरी मिली थी। 500 और 2000 रुपए के नोटों के ढेरों बंडल को एक कमरे में झोले और बैग में ठूंस-ठूंस कर रखा गया था। एजेंसी को दस्तावेज भी मिले थे। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
SSC SCAM @ARPITA: ED ने बुधवार को मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर फिर छापा मारा। रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्थ और अर्पिता के 5 ठिकानों पर ED ने छापा मारा है। ED की टीम ने कोलकाता और उसके आसपास पांच जगहों, उत्तर 24 परगना जिले के बेलघरिया और राजडांगा में बने अर्पिता के ऑफिस, रिश्तेदारों के घर और बाकी फ्लैट्स पर भी छापा मारा।
SSC SCAM @ARPITA: ईडी की इस छापेमारी में 21 करोड़ के 5 सौ और 2000 नोटों का कैश मिला है। इसके साथ ही तीन किलोग्राम सोना और दस्तावेज भी मिले हैं। कुल मिलाकर दोनों छापेमारी में अब तक 42 करोड़ का कैश, ज्वैलरी, सोना और जरूरी कागजात बरामद हुए हैं।
SSC SCAM @ARPITA: बता दें कि पार्थ और अर्पिता को बुधवार को कोर्ट के आदेश पर 48 घंटे बाद दोबारा मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। दो घंटे चले चेकअप के बाद जब वे बाहर आए तो पत्रकार बार-बार उनसे मंत्री पद से इस्तीफा देने के बारे में पूछ रहे थे। इस पर पार्थ ने चिल्लाकर कहा- इस्तीफा क्यों दूं, इसकी वजह बताओ।
SSC SCAM @ARPITA: पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के 5 दिन हो चुके हैं, लेकिन उनका पार्टी में महासचिव पद, उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी और परिषद विभाग, वाणिज्य मंत्री पद बरकरार है। विपक्ष पार्थ को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है। इस बीच पार्थ ने भी मंत्री को मिलने वाली गाड़ी लौटा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग होने वाली है। जिसमें ममता पार्थ से जुड़े फैसले ले सकती हैं।
शिक्षक भर्ती घोटाला जब हुआ, तब पार्थ चटर्जी (बाएं) शिक्षा मंत्री थे। अभी वे ममता बनर्जी सरकार में उद्योग मंत्री हैं।
माना जा रहा है कि ममता पार्थ को तीनों विभागों के मंत्री पद से हटा सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि 2014 के शारदा चिटफंड घोटाले में मंत्री मदन मित्रा की गिरफ्तारी के बाद ममता ने उनका इस्तीफा लेकर वह विभाग अपने पास रख लिया था।
ममता बनर्जी बुधवार को टीटागढ़ में पहुंचीं। यहां पार्थ चटर्जी का नाम लिए बगैर कहा- मीडिया कंगारू अदालत की भूमिका निभा रहा है। हम मीडिया ट्रायल के खिलाफ हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि आप निश्चिंत रहें, भाजपा 2024 में सत्ता में नहीं आएगी।
पार्थ चटर्जी पूछताछ के दौरान टालमटोल कर रहे थे, जबकि उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी ने जांच में सपोर्ट किया।
SSC SCAM @ARPITA: अर्पिता मुखर्जी को ED के CGO ऑफिस के वुमन लॉकअप में पूरी रात रखा गया। मंगलवार सुबह 10 बजे दोनों से पूछताछ शुरू हुई। इस बीच दोनों को अलग-अलग कमरों में रखा गया।
पार्थ से प्रॉपर्टी, टीचर्स के अपॉइंटमेंट लेटर, उनके घर से जब्त एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी के बारे में पूछा गया। अर्पिता ने बताया कि पार्थ उनके घर को मिनी बैंक की तरह इस्तेमाल कर रहे थे।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को दावा किया कि भर्ती घोटाले में अर्पिता के अलावा एक और महिला भी शामिल हैं। उनका नाम मोनालिसा दास है, जो पेशे से एक टीचर हैं और मंत्री पार्थ चटर्जी की बेहद करीबी हैं। दास के पास 10 फ्लैट हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। वहीं मोनालिसा ने इन आरोपों को खारिज किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ED जल्द ही इस केस में मोनालिसा से भी पूछताछ कर सकती है।
SSC SCAM @ARPITA: ED ने मंगलवार को TMC विधायक माणिक भट्टाचार्य को भी शिक्षक भर्ती घोटाले में समन जारी किया था। माणिक को बुधवार दोपहर 12 बजे बुलाया गया था, लेकिन वे सुबह 10 बजे ही पहुंच गए। सुबह 11 बजे से उनसे सवाल-जवाब शुरू हुए। सेंट्रल एजेंसी ने 22 जुलाई को भट्टाचार्य के घर की तलाशी ली थी और उन्हें पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था।
ED ने सोमवार को भी कलकत्ता हाईकोर्ट के सामने कई बातें रखी थीं। इनमे सबसे अहम ब्लैक डायरी थी, जो जांच एजेंसी ने पार्थ की करीबी एक्ट्रेस अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद की थी।