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BJP PARLIAMENARY BOARD: भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के संसदीय बोर्ड से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज चौहान की छुट्टी कर दी है। महासचिव अरुण सिंह ने बुधवार को 11 सदस्यों वाली संसदीय बोर्ड और 15 सदस्यों वाली केंद्रीय चुनाव समिति की लिस्ट जारी की है।
BJP के पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने 11 सदस्यों वाली संसदीय बोर्ड के पुनर्गठन वाली लिस्ट जारी की है। साथ ही 15 सदस्यों वाली केंद्रीय चुनाव समिति की लिस्ट जारी की।
BJP PARLIAMENARY BOARD: बीजेपी ने नए संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति का ऐलान किया है। 11 सदस्यीय बीजेपी संसदीय बोर्ड से मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को हटा दिया गया है। शिवराज को 2013 में बोर्ड में शामिल किया गया था।
BJP PARLIAMENARY BOARD: नए संसदीय बोर्ड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह शामिल हैं। इन सबके अलावा सर्वानंद सोनोवाल, बीएस येदियुरप्पा, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया और पार्टी सचिव बीएल संतोष को जगह मिली है। संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति में एक भी CM को जगह नहीं मिली है।
इसके साथ ही BJP ने 15 सदस्यों की केंद्रीय चुनाव समिति का गठन किया है। इसमें PM मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह के अलावा बीएस येदियुरप्पा, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, ओम माथुर, बीएल संतोष और वनथी श्रीनिवास को जगह दी गई है।
गौर करें तो बीजेपी में पार्टी की संसदीय बोर्ड को सबसे ताकतवर माना जाता है। गठबंधन से लेकर हर बड़े फैसले बोर्ड की 11 सदस्यीय टीम लेती है। इसके अलावा राज्यों में मुख्यमंत्री का चेहरा या विधान परिषद का नेता चुनने का काम भी इसी इकाई का होता है।
पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश के CM और विपक्ष का नेता चुनने का काम संसदीय बोर्ड ही करती है। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर गठबंधन पर भी संसदीय बोर्ड ही मुहर लगाता है।
BJP PARLIAMENARY BOARD: संसदीय बोर्ड के बाद चुनाव समिति बीजेपी में दूसरी सबसे शक्तिशाली संस्था के तौर पर जानी जाती है। चुनाव समिति के सदस्य लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव के टिकटों पर फैसला लेते हैं। चुनावी मामलों की सभी शक्तियां पार्टी की चुनाव समिति के पास हैं।
साल 2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार भी केंद्रीय चुनाव समिति ने ही तय किया था। तब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह हुआ करते थे।
BJP PARLIAMENARY BOARD: बता दें कि पिछले महीने एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था- कभी-कभी मन करता है कि राजनीति ही छोड़ दूं। समाज में और भी काम हैं, जो बिना राजनीति के किए जा सकते हैं। गडकरी ने कहा कि महात्मा गांधी के समय की राजनीति और आज की राजनीति में बहुत बदलाव हुआ है। बापू के समय में राजनीति देश, समाज, विकास के लिए होती थी, लेकिन अब राजनीति सिर्फ सत्ता के लिए होती है। उन्होंने कहा कि हमें समझना होगा कि राजनीति का क्या मतलब है। क्या यह समाज, देश के कल्याण के लिए है या सरकार में रहने के लिए है?
राजनीतिक विश्लेषक नितिन गडकरी के इस बयान को ही बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड से निकाले जाने का कारण मान रहे हैं। वहीं एमपी सीएम शिवराज चौहान के बाहर किए जाने को एमपी की राजनीति में कुछ नया करने का संकेत मान रहे हैं।