Sen your news articles to publish at [email protected]
RSS@Same Sex Marriage: संघ की दो टूक – शादी सिर्फ अपोजिट सेक्स वालों में संभव
आरएसएस के दत्तात्रेय होसबोले ने कहा- हम सेम सेक्स मैरिज पर सरकार के नज़रिए से सहमत
RSS@Same Sex Marriage: आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने सेम सेक्स मैरिज पर कहाकि शादी सिर्फ अपोजिट सेक्स वालों के बीच ही हो सकती है।
पानीपत में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रतिनिधि सभा में मंगलवार को सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने सेम सेक्स मैरिज पर सरकार के नज़रिए का समर्थन किया है। होसबोले ने कहा कि शादी सिर्फ अपोजिट सेक्स वालों के बीच ही हो सकती है।
12 मार्च को शुरू हुई 3 दिन की इस सभा के आखिरी दिन मंगलवार को दत्तात्रेय होसबोले ने पत्रकारों से बातचीत की। पहले दिन सभा में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पहुंचे थे।
RSS@Same Sex Marriage: आरएसएस के सर कार्यवाह होसबोले ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लंदन में दी गई स्पीच पर भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, “इस पर टिप्पणी करने की कोई ज़रूरत नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी का अपना पॉलिटिकल एजेंडा है। RSS की सच्चाई हर कोई जानता है। फिर भी देश की मुख्य विपक्षी पार्टी का बड़ा नेता होने के नाते राहुल गांधी को और ज्यादा जिम्मेदारी से बोलना चाहिए।”
जुड़े सवाल पर दत्तात्रेय ने कहा, “भारतीय संस्कृति में शादी एक संस्कार है। यह कोई कॉन्ट्रेक्ट नहीं है।”
RSS@Same Sex Marriage: होसबोले ने कहा, “इमरजेंसी के वक्त मैं भी जेल गया था। इंदिरा, राजीव, सोनिया के बाद अब राहुल गांधी भी संघ के बारे में विवादित टिप्पणी कर रहे हैं। कह रहे हैं लोकतंत्र खतरे में है। चुनाव नजदीक है। लोकतंत्र खतरे में होता तो हम इकट्ठा नहीं हो पाते। कांग्रेस को लोकतंत्र के बारे में बोलने का कोई नैतिक आधार नहीं है। कांग्रेस ने आज तक इमरजेंसी के लिए भी देश से माफी नहीं मांगी।”
अखिल भारतीय सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने बताया कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में तीन प्रस्ताव लाए जाएंगे। पहला सामाजिक समरसता का होगा। इसमें भारत के विकास की नीति बनाई जाएगी। इसमें समाज का सहयोग और समाज के कार्यों की नीति बनाई जाएगी।
दूसरा प्रस्ताव सर्व धर्म होगा, इसमें सबको जोड़ने का प्रस्ताव रहेगा। भगवान महावीर के परिनिर्वाण के जीवन संदेश और स्वामी दयानंद सरस्वती के जन्म शताब्दी वर्ष के बारे में लोगों को बताना भी उद्देश्य रहेगा।
तीसरा आरएसएस की शाखाओं में अब महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा। होसबोले ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को संघ और शाखा से जोड़ने की खबर सिर्फ मीडिया रिपोर्ट्स में पढ़ी। सभा के दौरान इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई।
मीटिंग से पहले सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने बताया था कि बीते 6 बरसों में 2017 से 2022 तक 7 लाख 25 हजार लोगों ने RSS से जुड़ने को लेकर संघ की वेबसाइट पर रिक्वेस्ट डाली है। यानी हर साल 1 लाख 20 हजार लोगों ने संघ से जुड़ने में रुचि दिखाई।
डॉ. मनमोहन वैद्य के अनुसार, देशभर में 42613 स्थानों पर शाखा लग रही है, जो कि 2022 में 37903 पर लगा करती थी। शाखा की संख्या 68651 है, जिसमें पिछले साल के मुकाबले 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
साप्ताहिक मिलन जो कि सप्ताह में एक बार लगती है। इनकी संख्या पूरे देश 26877 है। महीने में एक बार संघ मंडली लगती है, इनकी संख्या 10412 है। 2017 से 2022 तक 7 लाख 25 हजार युवकों का ऑनलाइन अनुरोध संघ से जुड़ने का आया। इसमें से 70 फीसदी युवा समाज मे योगदान देना चाहते हैं।