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NDA vs ‘INDIA’: विपक्ष की हुंकार, ‘एनडीए और ‘इंडिया’ के बीच लड़ाई
बताने की ज़रूरत नहीं कौन जीतेगा'; राहुल की चेतावनी
NDA vs ‘INDIA’: 26 दलों की बेंगलुरू की बैठक में विपक्ष ने हुंकार भरी है। लड़ाई अब ‘एनडीए और ‘इंडिया’ के बीच है। राहुल गाँधी ने चेतावनी भरे लहज़े में कहाकि ये बताने की ज़रूरत नहीं है कि कौन जीतेगा।
NDA vs ‘INDIA’: विपक्षी दलों की दो दिवसीय बैठक में करीब 26 दलों ने हिस्सा लिया। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की।
NDA vs ‘INDIA’: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्षी दलों के नए गठबंधन के नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ के बहाने भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़मकर घेरा। उन्होंने मंगलवार को कहा कि अब लड़ाई ‘इंडिया और नरेंद्र मोदी’ के बीच है। इन सब के बीच यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि जीत किसकी होगी। जब भी कोई हिंदुस्तान के सामने खड़ा होता है, तो जीत किसकी होती है, यह बताने की जरूरत नहीं है।
बाद में, राहुल गांधी ने एक ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, ‘भारत जुड़ेगा, इंडिया जीतेगा।’
NDA vs ‘INDIA’: बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस में राहुल ने कहा कि जब हम चर्चा कर रहे थे, तो हमने खुद से सवाल पूछा कि लड़ाई किसके बीच है। हमने पाया कि यह लड़ाई विपक्ष और भाजपा के बीच नहीं है। यह देश की आवाज के लिए लड़ाई है, क्योंकि देश की आवाज को दबाया जा रहा है। इसीलिए हमने यह नाम चुना।
राहुल ने कहा कि यह लड़ाई एनडीए और इंडिया के बीच है। पीएम मोदी और इंडिया के बीच लड़ाई है। उनकी विचारधारा और इंडिया के बीच लड़ाई है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दलों की अगली बैठक मुंबई में होगी। हमने तय किया है कि एक विस्तृत योजना तैयार करेंगे। हम अपनी विचारधारा और देश के लिए जो करने जा रहे हैं, उसके बारे में लोगों को बताएंगे।
NDA vs ‘INDIA’: विपक्षी दलों की दो दिवसीय बैठक में करीब 26 दलों ने हिस्सा लिया। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की। बैठक में एक सामूहिक संकल्प पेश किया गया, जिस पर सभी दलों ने सहमति जताई।
सामूहिक संकल्प में 26 विपक्षी दलों ने क्या कहा?
- देश के सामने एक वैकल्पिक राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक एजेंडा पेश करेंगे
- शासन के सार और शैली दोनों को इस तरह से बदलने का वादा करते हैं कि वे अधिक परामर्शात्मक, लोकतांत्रिक, सहभागी हों
- अल्पसंख्यकों, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों, कश्मीरी पंडितों के खिलाफ घृणा, हिंसा को हराने के लिए एक साथ आए हैं
- 26 विपक्षी दलों के सामूहिक संकल्प में जातीय जनगणना कराने की वकालत