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आज से संसद का विशेष सत्र शुरू हो गया। इस सत्र के साथ संसदीय अध्याय में एक नया अध्याय जुड़ गया। कई लोग मानकर चल रहे हैं कि सत्र के दौरान सरकार कई चौंकाने वाली चीजें पेश कर सकती हैं. अभी फिलहाल ये साफ है कि सत्र के दौरान 75 साल के सफर को लेकर विशेष चर्चा होगी. इसी के साथ नए संसद भवन में भी शिफ्ट हो जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी बता चुके हैं कि सत्र के दौरान कुल आठ विधेयक पेश किए जाएंगे, जिनमें से चार का खुलासा सरकार कर चुकी है. हालांकि, चार अन्य विधेयक को लेकर चर्चा का बाजार गरम है.
इसमें लोग कयास लगा रहे कि एक देश एक चुनाव, महिलाओं को आरक्षण और दूसरे बिल को भी सरकार पेश कर सकती है.सबसे ज्यादा चर्चा एक देश एक चुनाव को लेकर है. बीजेपी की ओर उनके सभी सांसदों को इस सत्र के दौरान पेश रहने के लिए कहा गया है.
अब ये देखना दिलचस्प होगा सरकार पुराने बताए एजेंडे को ही पेश करेगी या कुछ नया एजेंडा पेश करके चौंका देगी.आपको बता दें कि आज नए संसद भवन में पहला दिन होगा. जिसमें 75 साल की संसदीय यात्रा के अलावा उपलब्धियों, अनुभव यादों और सीख पर चर्चा की जाएगी.
सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है कि सभी कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री को विशेष सत्र में पांचों दिन उपस्थित रहना है.सदन की शुरुआत सामूहिक फोटो के साथ होगी. इसके अलावा लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों की अलग-अलग भी फोटो होंगी.
इतना ही नहीं संसद के कर्मचारियों का भी ड्रेस बदल दिया गया है. संसद भवन में पुरुष कर्मचारी गुलाबी रंग की कमल के फूल के डिजाइन से सजी क्रीम रंग की जैकेट और खाकी पैंट पहनेंगे. वहीं महिला अधिकारी भी गुलाबी साड़ी के साथ कमल प्रिंट वाला कोट पहने हुए नजर आएंगी. इस विशेष सत्र के दौरान दोनों सदनों के मार्शल मणिपुरी पगड़ी पहनेंगे.
सुरक्षा कर्मचारियों का भी ड्रेस बदला गया है. ये कर्मचारी कैमोफ्लेज ड्रेस में नजर आएंगे. अभी तक ये लोग सफारी सूट पहनते थे. संसद के चैंबर अटेंडेंट, सुरक्षा कर्मी और ड्राइवर भी नई ड्रेस में दिखेंगे. ये सत्र 22 सितंबर तक चलेगा.
इस दौरान विपक्ष हिला आरक्षण, जाति जनगणना, अडानी मामला, CAG रिर्पोट, मणिपुर, मेवात सहित तमाम मुद्दों पर भी बात करना चाहता है.
फिलहाल इस सत्र के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से संबंधित बिल, अधिवक्ता संशोधन बिल, पोस्ट ऑफिस बिल और प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल बिल को पेश किया जाना है. बाकी के बिल के बारे में सत्र के दौरान ही पता चलेगा.