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Nitish Kumar meets Lalu : क्या महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है? ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा एक बार फिर से गरम हो गई है. इसका कारण हम बता रहे हैं. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गुरुवार को अचानक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने 1 अणे मार्ग पहुंच गए.
लालू यादव और सीएम नीतीश कुमार की इस मुलाकात पर फिर से राजनीति गरम हो गई है. दरअसल बीते दिनों नीतीश कुमार खुद दो बार लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास गए थे. सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि इंडिया गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग पर चर्चा हो चुकी है. लेकिन, कौन किस सीट से चुनाव लड़ेगा इसको लेकर बात नहीं बन पायी थी.
ऐसे में जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार लालू यादव आज इसी मसले को सुलझाने के लिए नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पहुंचे थे. माना जा रहा है कि लालू नीतीश के बीच आधे घंटे तक हुई इस मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर फंसे पेंच पर बातें हुई और सहयोगी दलों को कितनी सीटें दी जाए इसपर भी चर्चा हुई.
मिली जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में बोर्ड निगम और 20 सूत्री का गठन है जिसे लेकर नीतीश कुमार ने खुलकर कहा है कि एक महीने के अंदर सभी का गठन हो जायेगा. ऐसे में किस दल से कितने लोगों को जगह दी जाए इसपर भी चर्चा की जा रही है. इसी बीच लालू नीतीश के मुलाकात के बीच मुलाकात का जो समय है वह भी बड़ा महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
दरअसल राजद सांसद मनोज झा के ठाकुर वाले बयान के बाद जिस तरह से सियासत गर्म है. राजद और जदयू के नेता आपस में भिड़ रहे हैं. ऐसे में दोनो की मुलाकात अहम मानी जा रही है. सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात के दौरान लालू-नीतीश ने अपनी-अपनी पार्टी के नेताओं को इस मुद्दे पर भी बयानबाजी से बचने और अनुशासन में भी रहने की चर्चा की है. यानि कि इस बयान के बाद डैमेज कंट्रोल कैसे किया जाए इसपर भी चर्चा होने की बात सामने आ रही है.
खबरों की शुरुआत कल दोपहर लालू प्रसाद से शुरू हुई। लाल जी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। दूसरे शिवानंद तिवारी की किताब के विमोचन के समय उन्होंने मनोज झा के बयान के बारे में कहा कि उसमें आपत्तिजनक कोई बात नहीं थी। इसी तरह केजरीवाल ने बहुत बेबाक तरीके से आज प्रेस को संबोधित किया और कहा , कि केंद्र ने फिर एक जांच बिठाया है । इसका भी स्वागत करते हैं ।
इसके पहले उनके ऊपर मुख्यमंत्री बनने के दिन से अब तक केंद्र सरकार 33 मुकदमे कर चुकी है। अब तक कुछ नहीं निकाला और आगे भी कुछ नहीं निकलेगा।
पूर्णिया शहर के एक एक हाई स्कूल को दलालों ने रजिस्ट्री करवा दिया था। परंतु उन पर मुकदमा हो गया है और जमाबंदी स्कूल के नाम ही वापस हो गया है।
खबरों की शुरुआत गत दोपहर लालू प्रसाद से हुई। लालू जी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे । सीट शेयरिंग पर दोनों नेताओं की बातचीत हुई।
शिवानंद तिवारी की किताब के विमोचन के समय उन्होंने मनोज झा के राज्यसभा में दिए गए वक्तव्य के बारे में कहा। , उसमें आपत्तिजनक कोई बात नहीं थी।
इसी तरह केजरीवाल ने बहुत बेबाक तरीके से आज प्रेस को संबोधित किया और कहा , कि केंद्र ने फिर एक जांच बिठाया है । इसका भी अरविंद केजरीवाल स्वागत करते हैं ।
इसके पहले उनके ऊपर मुख्यमंत्री बनने के दिन से अब तक केंद्र सरकार 33 मुकदमे कर चुकी है। अब तक कुछ नहीं निकाला और आगे भी कुछ नहीं निकलेगा।
पूर्णिया शहर के एक एक हाई स्कूल को दलालों ने रजिस्ट्री करवा दिया था। परंतु उन पर मुकदमा हो गया है और जमाबंदी स्कूल के नाम ही वापस हो गया है।
पांच राज्यों में चुनाव की तैयारी शुरू हो गई हैं। छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राजस्थान मिजोरम और तेलंगाना के चुनाव में बिहार के 20 आईएएस अधिकारी चुनाव आयोग की तरफ से आब्जर्वर के रूप में जाएंगे।