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भारत में HMPV के मामलों में वृद्धि, 3 राज्यों में 7 मरीज मिले; सरकार ने कहा- चिंता की कोई बात नहीं
HMPV India: भारत में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, अब तक देश में इस वायरस के 7 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। यह मामले तीन राज्यों में सामने आए हैं, हालांकि केंद्र सरकार ने इस पर चिंता जाहिर नहीं की है और कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को कहा कि सरकार इस स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है।
कहां मिले मरीज?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को भारत में HMPV के 7 मामले सामने आए हैं। इनमें से 2 मरीज बेंगलुरु, 2 नागपुर और 2 तमिलनाडु से हैं, जबकि एक मरीज अहमदाबाद से सामने आया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बेंगलुरु के बाप्टिस्ट अस्पताल में दो मामलों की पुष्टि की है। पहला मामला 3 साल की बच्ची का था, जिसे बुखार और सर्दी के बाद दिसंबर में भर्ती कराया गया था। अब वह पूरी तरह स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुकी है। दूसरा मामला 8 महीने के बच्चे का था, जो 3 जनवरी को बेंगलुरु में पाया गया। दोनों बच्चों को पहले ब्रोकोन्यूमोनिया हो चुका था, लेकिन उन्होंने विदेश यात्रा नहीं की थी।
अहमदाबाद में राजस्थान के डूंगरपुर से 2 साल का बच्चा HMPV से संक्रमित पाया गया था, जिसे 24 दिसंबर को अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा, नागपुर में 7 और 13 साल के दो बच्चों को 3 जनवरी को अस्पताल में भर्ती किया गया था, जिन्हें बाद में स्वस्थ घोषित कर दिया गया। तमिलनाडु में 2 सक्रिय मामले हैं, जिनका इलाज चेन्नई और सेलम में चल रहा है।
सरकार ने कहा- चिंता की बात नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि सरकार इस स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और फिलहाल इसे लेकर कोई चिंता की बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और भारत में किसी सामान्य श्वसन वायरस के मामलों में कोई अप्रत्याशित वृद्धि नहीं देखी गई है। नड्डा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और अन्य संबंधित संस्थाएं चीन और पड़ोसी देशों में HMPV की स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने भी इस वायरस को लेकर स्थिति का संज्ञान लिया है और शीघ्र ही रिपोर्ट हमारे साथ साझा करेगा। नड्डा ने यह भी बताया कि ICMR और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत श्वसन वायरस के बारे में देशभर के आंकड़ों की समीक्षा की गई है, और फिलहाल कोई विशेष वृद्धि नहीं देखी गई है। इसके अलावा, 4 जनवरी को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) की अध्यक्षता में इस स्थिति की समीक्षा के लिए एक संयुक्त निगरानी बैठक भी आयोजित की गई थी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “हमारी स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क सतर्क हैं, ताकि देश किसी भी उभरते स्वास्थ्य खतरे का सही समय पर जवाब दे सके। फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है, हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।”