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Green Energy वाला बिहार का पहला Hospital बना अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल
मस्तीचक स्थित अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल पूर्ण ग्रीन एनर्जी (Green Energy) से संचालित बिहार का पहला अस्पताल (Hospital) बन गया है। अखंड ज्योति सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परिसर में लगे 800 किलोवाट के सोलर प्लांट का उद्घाटन शनिवार को शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने किया। इस सोलर प्लांट से सालाना 1.5 करोड़ रुपये बिजली बिल की बचत होगी जिससे हर साल 5 हजार गरीब मरीजों की आंखों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा।
बिहार का पहला Green Energy वाला Hospital
शनिवार को मस्तीचक में आयोजित कार्यक्रम में अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के फुटबॉल टू आईबाॅल प्रोग्राम की 200 बालिकाओं के लिए जीआईसी के सहयोग से नवनिर्मित छात्रावास का लोकार्पण भी शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने किया।
इस अवसर पर जीआईसी यानि जेनरल इंश्योरेंस कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी नारायणन रामास्वामी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डाॅ एस सिद्धार्थ, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉक्टर एन विजयलक्ष्मी, विधान पार्षद और प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डाॅ राजवर्द्धन आजाद, जीआईसी की जीएम जयश्री बालकृष्णन, अखंड ज्योति के सीईओ मृत्युंजय तिवारी, मैनेजिंग ट्रस्टी अतुल कुमार आदि मौजूद थे।
अखंड ज्योति की विश्वस्तरीय व्यवस्था देख जीआईसी ने दिया 10.5 करोड़ का सहयोग।
विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था और सेवाभाव
जीआईसी के सीएमडी नारायणन रामास्वामी ने बताया कि अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल की विश्वस्तरीय चिकित्सा व्यवस्था और सेवाभाव को देखकर उन्होंने सीएसआर के तहत 10.5 करोड़ रुपये का सहयोग किया। इस राशि से अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के फुटबॉल टू आईबॉल प्रोग्राम की बालिकाओं के लिए 200 बेड के छात्रावास का निर्माण और हॉस्पिटल के नये सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परिसर में 800 किलोवाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट लगाया गया है।
रामास्वामी ने बताया कि पूर्व में जीआईसी ने अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल को एक बस के साथ 600 गरीब मरीजों के निःशुल्क ऑपरेशन की सहयोग राशि दी थी। उस दौरान अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल की विश्वस्तरीय सुविधाएं और ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह के सेवा कार्यों को देखकर दुबारा अधिक सहयोग किया गया।

जीआईसी के सीएमडी ने भविष्य में अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल को अधिक सहयोग देने की बात कही। अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के सीईओ मृत्युन्जय तिवारी ने बताया कि फुटबॉल टू आईबाॅल प्रोग्राम के तहत इस साल 200 गरीब लड़कियों का चयन हुआ है।
निःशुल्क बालिका शिक्षण प्रोग्राम
पांच वर्षीय इस कार्यक्रम के तहत गरीब लड़कियों को एक साल के फाउंडेशन कोर्स के बाद चार साल ऑप्टोमेट्रिस्ट का कोर्स कराया जाता है। इस निःशुल्क आवासीय बालिका शिक्षण कार्यक्रम से उत्तीर्ण बालिकाओं को अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल में गारंटेड जाॅब दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि एक ऑप्टोमेट्रिस्ट सालाना 10 हजार लोगों के आंखों की स्क्रीनिंग करती है। अभी तक 725 लड़कियां अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के फुटबॉल टू आईबॉल प्रोग्राम से जुड़ चुकी हैं।
अगले पांच वर्षों में कुल 1500 गरीब लड़कियों को इससे जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि फुटबॉल टू आईबाॅल इतने बड़े स्तर पर प्रोग्राम गारंटेड जॉब वाला संसार का अनोखा निःशुल्क बालिका शिक्षण प्रोग्राम है।
मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि मस्तीचक स्थित 500 बेड के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के बाद अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के अन्य 5 अस्पतालों एवं 45 विजन सेंटरों को भी पूर्णतया ग्रीन एनर्जी से संचालित किया जाएगा। यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रयास है।
निःशुल्क ऑपरेशन किया गया
सरकारी स्कूलों में बच्चों की आई स्क्रीनिंग करेगा अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल सरकारी स्कूलों में बच्चों के आंखों की निःशुल्क प्रारंभिक जांच करेगा। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग इस काम में अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल को पूर्ण सहयोग करेगा।
सीईओ मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि बालदृष्टि परियोजना के तहत 175000 स्कूली बच्चों की आई स्क्रीनिंग की गयी है। इनमें से 1200 का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया है। आनेवाले समय में शिक्षा विभाग के सहयोग से सरकारी स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चों की आई स्क्रीनिंग की जाएगी।
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