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PM Modi ने नही मनाई छठ, आप पार्टी ने लिए जम कर मजे

pm modi did not celebrate chhath but aap party enjoyed it to the fullest 20251028 191308 0000
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दिल्ली की यमुना नदी हर साल छठ पूजा के दौरान सुर्खियों में आ जाती है। पूर्वांचल के लोग इस त्योहार को बड़े उत्साह से मनाते हैं। लेकिन इस बार राजनीति ने त्योहार को और गर्म कर दिया। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच यमुना की सफाई को लेकर जुबानी जंग तेज हो गई। सौरभ भारद्वाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि वासुदेव घाट पर नकली यमुना बनाई गई। यह विवाद छठ के आखिरी दिन चरम पर पहुंचा। लाखों भक्त घाटों पर सूर्य को अर्घ्य दे रहे थे। लेकिन राजनीतिक आरोपों ने माहौल बिगाड़ दिया।

छठ पूजा के दौरान राजनीतिक तापमान बढ़ा

दिल्ली में बड़े धार्मिक आयोजन अक्सर राजनीतिक रंग ले लेते हैं। छठ पूजा पूर्वांचली समुदाय के लिए खास है। यह त्योहार सूर्य देव की पूजा से जुड़ा है। यमुना के घाटों पर भक्त इकट्ठा होते हैं। लेकिन नदी की गंदगी समस्या बनी रहती है। आप सरकार यमुना सफाई का दावा करती है। बीजेपी केंद्र की मेहनत पर जोर देती है। इस बार विवाद वासुदेव घाट से जुड़ा। सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी नकली पानी में अर्घ्य देंगे। यह आरोप त्योहार के चौथे दिन आया। भक्तों की भीड़ के बीच यह खबर वायरल हो गई। राजनीति ने धार्मिक भावनाओं को छुआ।

यमुना की सफाई पर केंद्र और राज्य का टकराव

दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच हमेशा तनाव रहता है। यमुना सफाई एक बड़ा मुद्दा है। नदी में प्रदूषण स्तर बहुत ऊंचा है। सीवर का पानी सीधे गिरता है। आप सफाई परियोजनाओं का श्रेय लेती है। बीजेपी कहती है कि केंद्र की मदद जरूरी है। इस विवाद में घाटों की तैयारी शामिल हो गई। पूर्वांचल के वोटरों को निशाना बनाया जा रहा है। छठ जैसे त्योहार में यह जंग और तेज हो जाती है।

आप का धमाकेदार दावा: वासुदेव घाट पर नकली यमुना

आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि पीएम मोदी वासुदेव घाट पर नकली यमुना में छठ पूजा करेंगे। यह दावा छठ के आखिरी दिन आया। भारद्वाज ने कहा कि फिल्टर वाला पानी डाला गया। असली यमुना तो गंदी है। यह तैयारी पीएम के दर्शन के लिए की गई। भारद्वाज ने वीडियो शेयर किया। इसमें घाट पर पानी साफ दिख रहा था। उन्होंने कहा कि यह नकली व्यवस्था है। आप का यह हमला सीधा केंद्र पर था। त्योहार के दौरान यह आरोप वायरल हो गया।

सबूत के रूप में वायरल वीडियो का खुलासा

कुछ दिन पहले भारद्वाज ने वीडियो पोस्ट किया। इसमें वासुदेव घाट दिखाया गया। पानी को फिल्टर से साफ करने का दावा था। वीडियो में मशीनें और पाइप दिखे। भारद्वाज ने कहा कि पीएम यहां सूर्य अर्घ्य देंगे। यह नकली यमुना असली प्रदूषण छुपाने के लिए है। वीडियो तेजी से फैला। हजारों लोगों ने शेयर किया। आप ने इसे राजनीतिक हथियार बनाया। भक्तों को गुमराह करने का आरोप लगाया।

पीएम पर सीधा निशाना: PM Modi ने नही मनाई छठ

इस आरोप का मकसद केंद्र की छवि खराब करना था। छठ पूजा धार्मिक आयोजन है। लेकिन राजनीति ने इसे दागदार बना दिया। आप पूर्वांचली वोटरों को ललचाने की कोशिश कर रही है। पीएम मोदी पर हमला दिल्ली चुनाव से जुड़ा लगता है। केंद्र यमुना सफाई परियोजनाओं का दावा करता है। आप कहती है कि राज्य की जिम्मेदारी ज्यादा है। यह जंग वोट बैंक पर असर डालेगी। भारद्वाज का बयान सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग बना।

यमुना सफाई प्रयासों की जांच

यमुना दिल्ली में बहुत गंदी है। पानी में बैक्टीरिया और केमिकल्स भरे हैं। भक्त छठ में इसी पानी को छूते हैं। प्रदूषण स्तर 2023 में भी खराब रहा। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट कम हैं। आप सरकार ने कुछ प्रोजेक्ट शुरू किए। लेकिन परिणाम कम दिखे। बीजेपी केंद्र की नमामी गंगे योजना का हवाला देती है। यमुना उसका हिस्सा है। राजनीतिक बयानबाजी से सफाई रुक जाती है। भक्तों की सेहत खतरे में है। यह विवाद असली समस्या को भुला रहा है।

यमुना पुनरुद्धार परियोजनाओं का ऐतिहासिक संदर्भ

पिछले सालों में कई सफाई अभियान चले। केंद्र ने अरबों रुपये दिए। दिल्ली सरकार ने लोकल प्लान बनाए। लेकिन नदी अभी भी काली है। गंगा से यमुना जुड़ी है। नमामी गंगे में प्रगति हुई। लेकिन दिल्ली का हिस्सा मुश्किल है। राजनीतिक लड़ाई से काम प्रभावित होता है। पूर्व सरकारों ने वादे किए। आज भी समस्या वैसी ही है।

भक्तों का उत्सव बनाम पर्यावरणीय हकीकत

लाखों लोग घाटों पर जमा होते हैं। वे सूर्य को अर्घ्य देते हैं। लेकिन पानी जहरीला है। बच्चे और महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित। छठ की धूम में गंदगी भूल जाती है। राजनीति इस अंतर को उजागर करती है। भक्तों को साफ पानी का हक है। विवाद से जागरूकता बढ़ती है। लेकिन समाधान दूर है।

बीजेपी की जवाबी रणनीति और बचाव

बीजेपी ने आप के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि वासुदेव घाट पर साफ-सफाई सामान्य है। नकली यमुना का दावा झूठा है। यह राजनीतिक साजिश है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि केंद्र ने घाट सुधारने में मदद की। आप दिल्ली सरकार है। सफाई उनकी जिम्मेदारी। उन्होंने सोशल मीडिया पर जवाब दिए। वीडियो शेयर कर सफाई दिखाई। यह बचाव त्योहार के बाद भी चला। बीजेपी पूर्वांचली वोटरों को नाराज नहीं होना चाहती।

लोकल गवर्नेंस की कमियों पर जोर

बीजेपी ने आप पर सीवर मैनेजमेंट की नाकामी बताई। दिल्ली में ड्रेनेज सिस्टम खराब है। यमुना गंदगी का शिकार है। केंद्र ने फंड दिए लेकिन इस्तेमाल नहीं हुआ। बीजेपी ने कहा कि आप वादे भूल गई। घाटों पर बिजली और पानी की व्यवस्था केंद्र की है। यह जवाबी हमला मजबूत था। वोटरों को याद दिलाया।

छठ पूजा को गैर-राजनीतिक पूजा के रूप में पेश करना

बीजेपी ने कहा कि छठ धार्मिक त्योहार है। राजनीति इसमें घुसपैठ न करे। आप का आरोप पूर्वांचली भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। नेताओं ने भक्तों से अपील की। शांतिपूर्ण पूजा करें। बीजेपी ने अपने कार्यक्रम आयोजित किए। घाटों पर झंडे लगाए। यह रणनीति वोटरों को जोड़ने की थी। विवाद को धार्मिक रंग दिया।

दिल्ली के मतदाताओं के लिए व्यापक प्रभाव

पर्यावरणीय बयानबाजी का राजनीतिक खर्च विश्लेषण
यमुना जैसी बुनियादी समस्या पर झगड़ा वोटरों का भरोसा तोड़ता है। पूर्वांचली आबादी दिल्ली में बड़ी है। वे छठ मनाते हैं। लेकिन गंदी नदी से नाराज हैं। आप और बीजेपी दोनों को निशाना बनाते हैं। यह विवाद चुनावी साल में बढ़ेगा। मतदाता सफाई चाहते हैं। राजनीति से थक चुके हैं। असर लंबे समय तक रहेगा।

सोशल मीडिया की भूमिका राजनीतिक हथियार के रूप में

एक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर आरोप तेजी से फैलते हैं। छठ के दिन ध्यान ज्यादा होता है। भारद्वाज का ट्वीट लाखों ने देखा। बीजेपी ने तुरंत जवाब दिया। यह जंग ऑनलाइन लड़ी गई। वायरल वीडियो ने आग लगाई। मतदाता फैक्ट चेक करते हैं। लेकिन अफवाहें फैलती हैं। सोशल मीडिया चुनाव बदल सकता है।

पूर्वाधार विवादों का सामान्यीकरण: नया आक्रामक स्वर

ऐसे आरोप अब आम हो रहे हैं। यमुना सफाई पर निशाना साधना आसान है। दिल्ली में बुनियादी सुविधाएं कम हैं। राजनीतिक अभियान कठोर हो रहे। वासुदेव घाट विवाद उदाहरण है। भविष्य में और मामले आएंगे। मतदाताओं को सतर्क रहना चाहिए। यह पैटर्न नया टोन सेट कर रहा है।

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