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Justice Surya Kant की जजों के लिए बेस्ट वेलनेस गाइड, जानिए क्या कहा

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न्यायाधीशों का काम सोचिए। घंटों कोर्ट में बैठे फैसले सुनाते रहना। हर पल दबाव। भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत (Justice Surya Kant) ने हाल ही में एक कार्यक्रम में यही बात कही। उन्होंने कहा कि जजों को तनाव से बचना होगा। इस ब्लॉग में हम उनकी सलाह को खोलेंगे। व्यस्त जजों के लिए आसान स्वास्थ्य टिप्स देखेंगे।

न्यायपालिका में लंबे काम के घंटे

न्यायाधीश रोज सुबह से रात तक फाइलें देखते हैं। केस सुनते हैं। फैसले लिखते हैं। जस्टिस सूर्यकांत (Justice Surya Kant) ने बताया कि ये घंटे बहुत लंबे होते हैं। दिमाग थक जाता है। हर दिन नई चुनौतियां आती हैं।

फैसले लेना आसान नहीं। कानून की बारीकियां समझनी पड़ती हैं। गवाहों की बातें सुननी पड़ती हैं। ये सब लगातार चलता रहता है। जजों को ब्रेक लेना मुश्किल लगता है। लेकिन ये जरूरी है।

जजों के लिए खास तनाव के कारण

निष्पक्ष रहना बड़ा चुनौती। जनता की नजरें हमेशा टिकी रहती हैं। एक गलत फैसला कितना बड़ा असर डाल सकता है। जस्टिस सूर्यकांत ने इशारा किया। तनाव सिर्फ घंटों से नहीं आता। दबाव मानसिक होता है।

फाइनल फैसले का बोझ उठाना पड़ता है। परिवारों की जिंदगियां दांव पर लगी होती हैं। ये सब मिलकर जज को थका देते हैं। मजबूत दिमाग चाहिए। बिना रुके काम करने के लिए।

जस्टिस सूर्यकांत की मुख्य सलाह: सक्रिय रिकवरी
छुट्टियों में मनोरंजन की जरूरत

जस्टिस सूर्यकांत ने साफ कहा। छुट्टियों में मनोरंजक गतिविधियां करो। खुद को ऊर्जावान रखो। शनिवार को कार्यक्रम में ये बात कही। जजों का काम तनावपूर्ण है। इसलिए ब्रेक में खेलो-कूदो।

ये गतिविधियां एनर्जी लौटाती हैं। थकान दूर करती हैं। बिना इनके जज जल्दी थक जाते हैं। सोचो, कितना फायदा।

शौक को काम के साथ जोड़ना

शेड्यूल बनाओ। हर हफ्ते दो घंटे शौक के लिए। गोल्फ खेलो। किताब पढ़ो। या संगीत सुनो। जस्टिस सूर्यकांत की सलाह यही है। ये ‘फ्लो स्टेट’ लाता है। दिमाग काम की चिंता भूल जाता है।

  • सुबह 30 मिनट वॉक।
  • शाम को दोस्तों से गपशप।
  • वीकेंड पर पिकनिक।

ऐसे स्टेप्स अपनाओ। काम और आराम का बैलेंस बनेगा। जजों के लिए ये आसान तरीका है।

बेंच के लिए व्यावहारिक स्वास्थ्य टिप्स

जस्टिस सूर्यकांत ने स्वास्थ्य टिप्स दिए। व्यायाम करो। योगा आजमाओ। छोटे-छोटे ब्रेक में स्ट्रेचिंग। व्यस्त शेड्यूल में ये फिट हो जाते हैं।

शारीरिक फिटनेस दिमाग को ताकत देती है। रोज 20 मिनट जॉगिंग। या डेस्क पर ही एक्सरसाइज। स्वस्थ खाना खाओ। पानी ज्यादा पियो। जजों को ये आदत डालनी चाहिए।

  • सुबह गर्म पानी।
  • फल-सब्जियां खाओ।
  • रात को जल्दी सोओ।

ब्रेक सिर्फ जगह बदलना नहीं। सच्चा आराम चाहिए। मोबाइल बंद करो। डिजिटल डिटॉक्स। जस्टिस सूर्यकांत ने ऊर्जा बनाए रखने को कहा। बॉर्डर सेट करो। काम की फाइलें घर न लाओ।

परिवार के साथ समय बिताओ। नई जगह घूमो। लेकिन फोन चेक मत करो। ये तरीके बर्नआउट रोकेंगे। जज मजबूत रहेंगे।

व्यापक असर: वेलनेस और न्याय की गुणवत्ता
जज की सेहत और न्याय से लिंक

जज स्वस्थ हो तो फैसले साफ होते हैं। निष्पक्ष रहते हैं। तेजी से काम होता है। जस्टिस सूर्यकांत की बात सही। थके जज गलती कर सकते हैं। अच्छी सेहत से न्याय बेहतर मिलता है।

सिस्टम को फायदा। कोर्ट तेज चलेंगे। लोग भरोसा करेंगे। अध्ययन बताते हैं। स्वस्थ कर्मचारी 30% ज्यादा उत्पादक होते हैं।

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