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पटना: हाल में किए गए एक सर्वे के मुताबिक बीते कुछ सालों में बिहार में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध की दर में 6 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। सर्वे के मुताबिक महिलाओं से छेड़खानी के मामले में सबसे अधिक 34.3 प्रतिशत की कमी आयी है। वहीं दुष्कर्म के मामले 11.2 प्रतिशत जबकि दहेज प्रताडऩा के मामले 10 प्रतिशत तक कम हुए हैं।
पुलिस मुख्यालय के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 के पहले तीन महीने में बलात्कार की 357 घटनाएं सामने आई थी। वहीं साल 2022 के इसी दौरान 317 घटनाएं दर्ज की गई जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले 11.2 प्रतिशत कम है। छेड़खानी की घटनाओं में 34.3 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।
पिछले साल जनवरी, फरवरी और मार्च में जहां छेड़खानी की 140 वारदातें दर्ज की गई, वहीं इस साल के पहले तीन महीने में 92 ऐसी घटनाएं सामने आई। दहेज प्रताड़ना से जुड़े मामले भी 10.04 प्रतिशत तक कम हुए हैं। साल 2021 के पहले त्रैमास में दहेज प्रताड़ना से जुड़ी 846 घटनाएं सामने आई जबकि इसी दौरान साल 2022 में ऐसी 761 घटनाएं दर्ज की गईं हैं।
मानव तस्करी की बात करें तो इस साल जनवरी से मार्च के बीच 32 महिलाएं और 52 पुरुष राज्य भर में मुक्त कराए गए हैं। इस दौरान 42 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसमें 36 पुरुष, जबकि छह महिला मानव तस्कर शामिल हैं।
वहीं पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामलों में भी कमी देखने को मिली है। साल 2021 की शुरुआत में 396 कांड प्रतिवेदित हुए थे, जिसमें 464 का निष्पादन हुआ। वहीं इस साल के पहली तिमाही में 342 कांड आए जिसमें सभी का निष्पादन कर दिया गया। मुआवजा के लिए पिछले साल 280, जबकि इस साल 241 प्रस्ताव भेजे गए।