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Bihar Mahagathbandhan Politics: बिहार में महागठबंधन की सरकार पर एक नहीं डिप्टी सीएम हो सकते हैं। इसकी वज़ह है कि तेजस्वी यादव को मुकेश सहनी के बाद कांग्रेस की दो उप मुख्यमंत्री की डिमांड पूरी करनी पड़ेगी।
कांग्रेस के बिहार प्रभारी शाहनवाज आलम ने बुधवार को कहाकि अगर बिहार में अगले साल राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार बनती है तो हमारी पार्टी से दो डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। इसमें से एक मुस्लिम और दूसरा सवर्ण होगा।
बिहार में इंडिया अलायंस यानी महागठबंधन में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले घमासान छिड़ा हुआ है। कांग्रेस ने लालू यादव और तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल पर प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शाहनवाज आलम ने बुधवार को कहा कि बिहार में अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो, उनकी पार्टी से दो डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे, जिनमें से एक मुसलमान होगा।
गौर करें तो इस गठबंधन में शामिल मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) पहले ही डिप्टी सीएम के पद की मांग कर चुकी है। ऐसे में अगर इंडिया अलायंस बिहार की सत्ता पर काबिज होता है, तो तेजस्वी यादव को तीन डिप्टी सीएम बनाने पड़ेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि अगर तेजस्वी के नेतृत्व में अगली सरकार बनती है, तो हमारी पार्टी से दो उपमुख्यमंत्री बनना चाहिए। इनमें से एक मुस्लिम तो दूसरा सवर्ण होगा। यह हमारा संकल्प है। आलम के इस बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस बिहार में अपना खोया हुआ पारंपरिक जनाधार वापस पाने की कोशिश कर रही है। एक समय बिहार में कांग्रेस को मुसलमान, दलित और सवर्णों के अच्छे वोट मिलते थे।
दूसरी ओर, शाहनवाज के इस दावे पर महागठबंधन में ही घमासान छिड़ गया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहाकि ऐसे बयान गठबंधन धर्म का उल्लंघन करते हैं। कांग्रेस को ऐसे बेलगाम बयानबाजों पर लगाम लगानी चाहिए।
वहीं, सत्ताधारी पार्टियां जेडीयू और बीजेपी ने भी कांग्रेस पर चुटकी ली है। जेडीयू के एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में ही मेरठ, भागलपुर और जबलपुर में दंगे हुए। मुसलमान यह नहीं भूल सकते हैं। गुलाम नबी आजाद जैसे कई वरिष्ठ नेताओं को पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि बिहार में मुसलमानों का झुकाव सीएम नीतीश कुमार की ओर है।
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल ने भी मुस्लिम उपमुख्यमंत्री की कांग्रेस की मांग की आलोचना करते हुए इसे तुष्टिकरण की राजनीति का एक और उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि 2025 और 2029 के बीच बिहार में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पदों के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। नीतीश कुमार सीएम बने रहेंगे और हमारी पार्टी तय करेगी कि उपमुख्यमंत्री कौन होंगे।