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मुजफ्फरपुर नाव हादसा: बिहार के मुजफ्फरपुर में बड़ा नाव हादसा हुआ था. इसमें अब तक 3 लोगों के शव को बरामद कर लिया है जबकि कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. हादसे के 40 घंटे बाद लोगों ने लापता लोगों के लौटने की उम्मीद छोड़ दी है. अभी लोग इस हादसे से उबर नहीं पा रहे हैं. इस बीच इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. पीड़ित परिवार से मिलने बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा पहुंचे. वो बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी हैं.
हालांकि, उनको भारी विरोध का सामना करना पड़ा. जिले के मधुरपट्टी गांव पहुंचे विजय कुमार सिन्हा के सामने लोगों ने पुल की मांग की. इसको लेकर ग्रामीणों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. विरोध इतना ज्यादा था कि उनकी मुलाकात पीड़ित परिवार वालों से नहीं हो पाई.
गांववालों ने उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने ही जाने दिया. लोगों ने बांस लगाकर उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया और उनका रास्ता रोक खड़े गो गए. इसके बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने काफी मेहनत के बाद उनको किसी तरह सेफली बाहर निकाला.
ग्रामीणों का कहना था कि कई लोगों की मौत इस नदी में डूबने से हो गई. उनलोगों का विजय सिन्हा से सवाल था कब तक लोग नदीं में डूबकर अपनी जान गंवाएंगे, आपको बता दें कि साल 2002 में भी बागमती में नाव पलट गई थी. जिस वजह से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई थी.
काफी ज्यादा था ग्रामीणों का आक्रोश
जिसके बाद से ये सिलसिला लगातार चलता आ रहा है. हमेशा नाम से आने जाने के दौरान हादसा होता रहता है. जिस वजह से कई लोगों को जान गंवानी पड़ती है. ग्रामीणों का आक्रोश काफी ज्यादा था. जिस वजह से पुलिस प्रशासन को भी मोर्चा संभालना पड़ा.
मुजफ्फरपुर नाव हादसा: सीएम पर भी निशाना
ग्रामीणों के आक्रोश के बीच उन्हें पुलिस प्रशासन और स्थानीय नेताओं ने भीड़ से बाहर निकाल कर गाड़ी तक पहुंचाया. विजय सिन्हा ने नीतीश कुमार भी निशाना साधा. उन्होंने कहा हादसे के दिन शहर में रहने के बावजूद वो मिलने तक नहीं आए ये संवेदनहीनत का अंतिम चरण है.