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Bihar Vidhansabha Election 2025: बिहार में मचेगा बवाल! उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी चुनावी मैदान में उतरने को तैयार
Bihar Vidhansabha Election 2025: बिहार में मचेगा बवाल
बिहार की राजनीति में फिर से बवाल मच गया है! उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी- जिसका नया नाम है राष्ट्रीय लोक मोर्चा- फिर से Bihar Vidhansabha Election 2025 मैदान में उतरने को पूरी तरह से तैयार है. सुनने में आ रहा है कि इस बार कम से कम 15 सीटों पर हाथ आजमाने का प्लान है, और कई जगहों पर पार्टी पहले भी किस्मत आजमा चुकी है, तो कुछ इलाकों में पहली बार झंडा गाड़ेगी.
जिन सीटों पर फोकस है, वहां का सामाजिक समीकरण उनके फेवर में दिख रहा है. कुशवाहा कम्युनिटी तो पार्टी के साथ है ही, ऊपर से ओबीसी और लोकल ‘हैवीवेट’ वोटर भी जोड़ने की जुगाड़ में हैं. पार्टी की नजर सासाराम, औरंगाबाद, सिवान, सीतामढ़ी, आरा, समस्तीपुर और भागलपुर जैसे जिलों पर है. और सीटें? दिनारा, डेहरी, उजियारपुर, नरकटिया, बेलसंड, नौतन, डुमरा—इन सब पर फोकस है. इधर बाकी इलाकों में भी पार्टी ने एक्टिविटी बढ़ा दी है, मतलब माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही.
गठबंधन का ख़ास असर नहीं
इतिहास की बात करें तो असल में राष्ट्रीय लोक मोर्चा, वही पुरानी RLSP है, जिसे खुद कुशवाहा ने बनाया था. 2015 में बीजेपी के साथ मिलकर 23 सीटों पर लड़ी थी, दो पर जीत भी मिली. फिर 2020 में अकेले ही 160 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए, लेकिन नतीजे, भाई साहब, पूरे फुस्स!
उस वक्त बसपा, AIMIM, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, समाजवादी जनता दल (डेमोक्रेटिक), जनता दल (सोशलिस्ट)- सबके साथ गठबंधन कर डाला, फिर भी कुछ खास नहीं हुआ.
कुशवाहा की ताकत उनकी जाति है, जो बिहार में OBC कैटेगरी में आती है और आबादी करीब 8% के आस-पास है. 2014 में मोदी लहर में, RLSP ने तीन लोकसभा सीटें जीत ली थीं, और रातोंरात नाम हो गया. अब पार्टी की नजर 2025 के इलेक्शन पर है.
पार्टी के प्रवक्ता राम पुकार सिंह तो कहते हैं, “इस बार फिर NDA के साथ हैं, और एक-एक सीट पर दमखम से लड़ेंगे. बाकियों का भी सपोर्ट मिलेगा.” कुशवाहा खुद चुनाव जीतने को मिशन मान बैठे हैं.
बिहार की राजनीति में जाति, गठबंधन, और जमीन पकड़- यही सब चलता है. अब देखना ये है कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा इस बार पुराने रिकॉर्ड तोड़ता है या फिर वही ढाक के तीन पात. मजा आने वाला है!
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