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Democracy in India: पीएम मोदी ने कहा भारत में मानवाधिकारों का हनन नहीं होता। लोकतंत्र भारत के DNA में है, भारत में किसी आधार पर भेदभाव नहीं है।
Democracy in India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देर रात अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय चर्चा की। इसके दोनों ने साझा बयान जारी किया और प्रेस के सवालों के जवाब दिए। पीएम मोदी ने भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर उठाए गए एक सवाल के जवाब में कहा- लोकतंत्र भारत के DNA में है, भारत में किसी आधार पर भेदभाव नहीं।
Democracy in India:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत नासा के आर्टेमिस अकॉर्ड का हिस्सा बनेगा। इसके तहत 2024 में भारतीय अंतरिक्ष यात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में भेजा जाएगा। एयर इंडिया अमेरिका से 200 बोइंग विमान खरीदेगा। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर भी उनके साथ मौजूद रहे। देर रात PM मोदी अमेरिकी संसद को भी संबोधित करेंगे।
इससे पहले PM मोदी को व्हाइट हाउस में रेड कार्पेट वेलकम दिया गया। उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन ने रिसीव किया। इसके बाद बाइडेन ने स्वागत भाषण दिया। इस दौरान वहां मौजूद भारतीय मूल के लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
वहीं, बाइडेन के स्वागत भाषण के जवाब में PM मोदी ने कहा- व्हाइट हाउस में हुआ शानदार स्वागत समारोह एक तरह से भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान और गौरव है। अमेरिका में रहने वाले 4 मिलियन से अधिक भारतीय लोगों का भी सम्मान है।
बाइडेन के स्वागत भाषण पर PM बोले- ‘मैं 30 साल पहले साधारण नागरिक के तौर पर अमेरिका आया था। तब व्हाइट हाउस को सिर्फ बाहर से देखा था। यह पहली बार है जब व्हाइट हाउस के दरवाजे इतनी बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकियों के लिए खोले गए हैं’।
उन्होंने अमेरिका में रह रहे भारतीयों को दोनों देशों के बीच की अहम कड़ी बताया। प्रधानमंत्री ने कहा- आज हम जो फैसले करेंगे वो हमारे भविष्य के लिए अहम होंगे। … मैं उम्मीद करता हूं भारत का तिरंगा और अमेरिका के तारे एक साथ नई ऊंचाइयों को छूएंगे।
Democracy in India: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- प्रधानमंत्री आपका फिर से स्वागत है। मैंने हमेशा विश्वास किया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच यह रिश्ता 21वीं सदी के सबसे अहम संबंधों में से एक है। आपके सहयोग से हमने स्वतंत्र, खुले, सुरक्षित और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के लिए क्वाड को मजबूत किया है।
Democracy in India: वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन को दूसरी बार संबोधित करेंगे। इससे पहले दो अमेरिकी सांसदों ने उनके भाषण के बायकॉट की अपील की है। दोनों मुस्लिम महिला सांसद बाइडेन की ही डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं।
पहली सांसद इल्हान उमर हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है- ‘प्रधानमंत्री मोदी की सरकार अल्पसंख्यकों का दमन करती है और हिंसक हिंदू राष्ट्रवादी समूहों को प्रोत्साहित करती है। मोदी सरकार ने पत्रकारों, मानवाधिकारों और वकीलों को निशाना बनाया है, इसलिए मैं मोदी के भाषण में शामिल नहीं रहूंगी।
वहीं, रशीदा तलीब ने लिखा, ‘यह बहुत ही शर्मनाक है कि नरेंद्र मोदी को हमारे देश में बोलने के लिए मंच दिया गया है। मोदी के कार्यकाल में मानवाधिकारों का हनन, मुसलमानों और धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का लंबा रिकॉर्ड रहा है। मैं संसद में मोदी के संबोधन का बहिष्कार करुंगीं।”