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Ganesh Chaturthi 2022: गणेश स्थापना के लिए 300 साल बाद आया है लंबोदर योग

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Ganesh Chaturthi 2022: बुधवार 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी पर गणेशजी की स्थापना और पूजा के लिए दिनभर में कुल 6 शुभ मुहूर्त हैं। इसमें से सुबह 11.20 बजे से दोपहर 01.20 बजे तक का समय सबसे अच्छा रहेगा। क्योंकि मध्याह्न काल में गणेश जी का जन्म हुआ था।

Ganesh Chaturthi 2022: तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव और पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र कहते हैं कि वैसे तो दोपहर में ही गणेश जी की स्थापना और पूजा संपन्न कर लेनी चाहिए। समय नहीं मिल पाए तो किसी भी शुभ लग्न या चौघड़िया मुहूर्त में भी गणपति स्थापना की जा सकती है। वैसे भी इस बार गणेश चतुर्थी पर 300 साल बाद ग्रहों की शुभ स्थिति बन रही और लंबोदर योग भी है।

Ganesh Chaturthi 2022: पंडितों ने गणेश की पूजा के लिए छोटा सा भी विधान बना रखा है। उनके अनुसार चौकी पर स्वास्तिक बनाकर एक चुटकी चावल रखें। उस चावल पर मौली लपेटी हुई सुपारी रखें। इन सुपारी गणेश की पूजा करें। इतना भी न हो पाए तो श्रद्धा से सिर्फ मोदक और दूर्वा चढ़ाकर प्रणाम करने से भी भगवान की कृपा मिलती है।

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Ganesh Chaturthi 2022: इतना ही नहीं किसी वजह से गणेश स्थापना और पूजा न कर पाएं तो पूजा इस विधि से भी कर सकते हैं। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव के मुताबिक पूरे गणेशोत्सव में हर दिन गणपति के सिर्फ तीन मंत्र का जाप करने से भी पुण्य मिलता है। सुबह नहाने के बाद गणेशजी के मंत्रों को पढ़कर प्रणाम कर के ऑफिस-दुकान या किसी भी काम के लिए निकलना चाहिए।

Ganesh Chaturthi 2022: गणपति पूजा से जुड़ी कुछ बातों पर ध्यान रखना चाहिए। गणेश जी की मूर्ति पर तुलसी और शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। दूर्वा और मोदक के बिना पूजा अधूरी रहती है। गणपति के पसंदीदा फूल जाती, मल्लिका, कनेर, कमल, चम्पा, मौलश्री (बकुल), गेंदा, गुलाब हैं। गणपति के पसंदीदा पत्तों में शमी, दूर्वा, धतूरा, कनेर, केला, बेर, मदार और बिल्व पत्र शामिल हैं। पूजा में नीले और काले रंग के कपड़े न पहनें। चमड़े की चीजें बाहर रखकर पूजा करें और भगवान को अकेले कभी न छोड़ें।  स्थापना के बाद मूर्ति को इधर-उधर न रखें, यानी हिलाएं नहीं।

Ganesh Chaturthi 2022: गौर करें तो इस बार गणेश चतुर्थी पर 5 राजयोग और 300 सालों बाद ग्रहों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। वहीं, पूरे उत्सव के 10 दिनों के दौरान खरीदारी के 7 शुभ मुहूर्त भी रहेंगे। जिसमें आप इन्वेस्टमेंट से लेकर वाहन खरीदी तक कई शुभ काम कर सकेंगे।

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