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Haryana Jammu Kashmir Result: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में किसकी सरकार; नतीजे आज
Haryana Jammu Kashmir Result: हरियाणा में भाजपा या कांग्रेस दोनों ही जीत के दावे कर रहे हैं। वहीं जम्मू कश्मीर में बीजेपी सरकार बनाने को बेताब है। आज नतीजे आएंगे।
भाजपा को हरियाणा में हैट्रिक का भरोसा है तो कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता में वापसी का इंतजार कर रही है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के साथ इंडिया गठबंधन भी जीत की आस लगाए बैठा है।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए आज कुछ ही देर में मतगणना होगी। सुबह आठ बजे से काउंटिंग शुरू होते ही रुझान भी आने शुरू हो जाएंगे।
हरियाणा में जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को भरोसा है कि वह लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता बरकरार रखने में कामयाब होगी, वहीं एग्जिट पोल के अनुमान से उत्साहित विपक्षी दल कांग्रेस भी 10 साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में 370 हटने के बाद पहली बार हुए चुनाव के बाद नई सरकार किसकी होगी? एग्जिट पोल में त्रिशंकु सरकार बन सकती है।
हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस में कड़ी टक्करहरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि मतगणना स्थलों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सीईओ अग्रवाल ने कहा कि राज्य के 22 जिलों के 90 विधानसभा क्षेत्रों में 93 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं।
लोकसभा चुनावों के बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच पहला बड़ा सीधा मुकाबला है। इस चुनाव के परिणाम का इस्तेमाल विजेता द्वारा अन्य राज्यों में अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए किया जाएगा, जहां अगले कुछ महीनों में चुनाव होने हैं।
इस चुनाव में मुख्य पार्टियां भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और जननायक जनता पार्टी (जजपा)-आजाद समाज पार्टी (आसपा) हैं। ज्यादातर सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर में भी हरियाणा के साथ ही मतदान हुआ, लेकिन वहां ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस-भाजपा के बीच सीधी टक्कर के बजाय बहुकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
मतगणना से एक दिन पहले कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के शीर्ष नेताओं ने केंद्र शासित प्रदेश में अगली सरकार बनाने का विश्वास जताया।
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने चुनाव पूर्व गठबंधन किया था। गठबंधन ने दावा किया कि वे अपने दम पर 90 सदस्यीय सदन में 46 का जादुई आंकड़ा पार कर लेंगे।
वहीं, भाजपा निर्दलीय उम्मीदवारों पर निर्भर है और पीडीपी ने कहा कि उसके समर्थन के बिना जम्मू-कश्मीर में कोई धर्मनिरपेक्ष सरकार संभव नहीं है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अगर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है तो वह केंद्र सरकार का कार्यकाल बढ़ाये जाने के अलावा और कुछ नहीं चाहेगी।