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Mamata Banerjee की रैली में उमड़ा भीड़, मोदी ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने चला नहरे पे दहला। दीदी की रैली में बंपर भीड़ देख दिल्ली में हलचल तेज। मोदी जी ने बुला ली इमरजेंसी मीटिंग। ममता बनर्जी की पश्चिम बंगाल में एक बहुत बड़ी रैली थी और इस रैली में जिस तरह की भीड़ इकट्ठा हुई, इसी ने इस रैली को बहुत बड़ी बना दी। दरअसल जिस तरीके की भीड़ इकट्ठा हुई थी इस रैली में, उसे देखकर दिल्ली से बंगाल कॉल घुमाया गया बकायदा और बंगाल के भाजपा नेताओं से यह पूछा गया कि आखिर वजह क्या है? जो ममता बनर्जी की रैली में पब्लिक इस तरह से भीड़ के तौर पर इकट्ठा हुई है।
ममता बनर्जी ने नहले पे दहला चला
इस रैली में ममता बनर्जी ने नहले पे दहला चल दिया। जिस वंदे मातरम और बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के नाम पर बीजेपी की पार्लियामेंट डिस्कशन वाली राजनीति चली नहीं। बंगाल की धरती से निकला बकिम दा का ये भाव सूत्र बंकिम बाबू बंकिम बाबू बोले थैंक यू थैंक यू थैंक यू और आज ममता बनर्जी ने बंगाल की करोड़ों जनता को बताया कि बीजेपी को गलती से भी वोट मत कीजिए। बीजेपी अगर आ गई नरेंद्र मोदी को देखते हुए उनके बातों में झांसे में आकर के अगर आपने बीजेपी को वोट कर दिया तो बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को यह बंकिम दा बना देंगे।
ममता का जोरदार भाषण
ममता ने ऐसा जोरदार भाषण दिया बंग में कि मोदी और शाह की दिल्ली में बैठकर के नींदें उड़ी क्योंकि चाहे बंकिम चंद्र चैटर्जी हो या बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय हो चाहे रविंद्रनाथ टैगोर हो चाहे राजा राममोहन रॉय हो चाहे विद्यासागर हो स्वामी विवेकानंद हो रामकृष्ण परमहंस हो ये सिर्फ मतलब बंगाली ऐसे कैरेक्टर नहीं है जिन्होंने देश को बहुत कुछ दिया बंगाल को बहुत कुछ दिया यह दरअसल बंगालियों का वो इमोशन है जिसके साथ कोई गलती से भी छेड़छाड़ करने की कोशिश करे तो बंगाली उनका तहस-नहस करेंगे और वही चीज प्राइम मिनिस्टर के साथ हुआ।
वही चीज नरेंद्र मोदी के साथ हो गया और ममता बनर्जी ने उसी मुद्दे को उठा के मोदी बंगाल आने से पहले यानी प्रधानमंत्री की बंगाल दौरे से पहले ही पूरे के पूरे माहौल को उन्होंने मोदी विरोधी कर दिया।
बीजेपी के अंदर खलबली
दरअसल जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी को दिल्ली में बैठक लेनी पड़ गई। बैठक बुलानी पड़ी और जिस बैठक को उन्होंने संबोधित किया उस मीटिंग में वह सिर्फ और सिर्फ बंगाल पर बात करते हुए नजर आए। बंगाल में भाजपा की रैली में जिस तरह की भीड़ आज इकट्ठा हुई थी उसे देखते हुए बीजेपी के अंदर खलबली मची हुई है। अंदरखाने से यह भी खबर निकल के आ रही है कि दिल्ली दरबार ने तो बकायदा बंगाल के भाजपा नेताओं को कॉल घुमाया और पूछना शुरू कर दिया कि भाई यह बताओ मोदी जी या शाह जी जब रैली करते हैं।
एनडीए संसदीय दल की बैठक
खास करके मोदी जी की बात करते हैं। मोदी जी प्रधानमंत्री हैं। प्राइम मिनिस्टर की रैली में लोग इस तरीके से नहीं पहुंचते। मोदी की रैली में लोग नहीं पहुंच रहे हैं। लेकिन ममता की रैली खचाखच भरी हुई है। खचाखच क्या राज है? बताओ तुम लोग प्रधानमंत्री के रैली में भीड़ क्यों नहीं जुटा पाते हो? तो दोस्तों इसी मीटिंग में एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई मंगलवार को मीटिंग हुई संसद परिसर में यानी पार्लियामेंट के भीतर जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिर्फ और सिर्फ बंगाल पर चर्चा की। सिर्फ और सिर्फ अपने सांसदों को समझाया कि किस तरीके से ग्राउंड पर जाकर के हमें पश्चिम बंगाल जीतना है क्योंकि कड़ा मुकाबला है।
बंगाल जितना आसान नही
पश्चिम बंगाल की राजनीति बार-बार आपसे कहती हूं काऊ बेल्ट या हिंदी बेल्ट की तरह बिल्कुल नहीं है। यह बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान या यूपी नहीं है। गुजरात नहीं है। यह बंगाल है। और इसीलिए प्रधानमंत्री ने आगामी राजनीतिक रणनीति को लेकर के अहम संदेश दिया। बंगाल को लेकर के अहम संदेश दिया। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत को प्रधानमंत्री ने इस मीटिंग में ऐतिहासिक जीत करार दिया। लेकिन साथ में कहा कि यह बंगाल के लिए आसान नहीं होगा। हमें बंगाल भी जीतना है और ऐतिहासिक जीत बिहार में आसान था लेकिन बंगाल में आसान नहीं है।
अब बिहार के बाद बंगाल की बारी है। गंगा बिहार से बंगाल जाती है। बंगाल में भी जीत का झंडा हमें अब फहराना होगा। लेकिन दोस्तों आप जानते हैं गंगा मैया जो है वो बिहार से होती हुई जरूर बंगाल तक जाती है लेकिन उस तरीके से जीत बिहार से बंगाल पहुंचेगी उससे पहले ही तो प्रधानमंत्री ने कांड कर दिया।
मोदी का सांसदों को निर्देश
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को आगाह किया है कि पश्चिम बंगाल चुनाव 2026 के लिए अभी से तैयारी शुरू करनी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जीत ने एनडीए की ऊर्जा जो है उसे डबल कर दिया है और अब बंगाल में भी परिवर्तन की लहर हमें तेज करनी होगी। लेकिन दोस्तों मोदी जी बंगाल का दौरा करेंगे। दो चार पांच दिन के भीतर प्रधानमंत्री बंगाल का दौरा करेंगे लेकिन उससे पहले ही तो माहौल खराब हो गया। अब तो यह भी हो सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी का वो जो बंगाल का दौरा है वो पोस्टपोन हो जाए क्योंकि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को बंकिम दा कहकर उन्होंने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी एनडीए सांसदों से कहा है कि बड़ी जीत के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है। उन्होंने निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में अधिक सक्रिय हो जाए। बंगाल की जमीनी जमीनी मुद्दों पर ध्यान दें। खास करके बंगाली जो सांसद हैं, बंगाल के जो सांसद हैं उनसे उन्होंने कह दिया है कि जमीनी मुद्दों पर आप ध्यान दें। ग्राउंड से जुड़ने की कोशिश कीजिए। जमीनी हकीकत जानने की कोशिश कीजिए। केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रभावी तरीके से लोगों तक पहुंचाइये।
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