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INDIA IN THOMA CUP: पुरुषों के बैडमिंटन मुकाबले थॉमस कप के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने साल 2016 की चैंपियन डेनमार्क को 3-2 से हराकर इतिहास रच दिया है। अब फाइनल में टीम इंडिया का सामना 14 बार की चैपियन इंडोनेशिया से होगा।
INDIA IN THOMA CUP: पुरुषों के बैडमिंटन मुकाबले थॉमस कप के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने साल 2016 की चैंपियन डेनमार्क को 3-2 से हराकर इतिहास रच दिया है। अब फाइनल में टीम इंडिया का सामना 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया से होगा। भारत इससे पहले 43 साल पूर्व सेमीफाइनल तक पहुँचा है। और अबकी बार फाइनल में पहुँच कर इतिहास रच दिया है।
थॉमस कप मुकाबले की बात करें तो भारत पहली बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचा है। भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में डेनमार्क को 3-2 से हरा दिया। सेमीफाइनल मैच में 2-2 की बराबरी पर चल रहे भारत और डेनमार्क का आखिरी मैच दोनों देशों के लिए काफी महत्वपूर्ण था।
सेमीफाइनल के मैच में एच एस प्रणव ने डेनमार्क खिलाड़ी को हरा दिया बताते हैं कि थॉमस कप के दुनिया के 13वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी रॉस्मस गेमको तीन सेटों में हराकर फाइनल में प्रवेश किया। इससे पहले भारत ने कभी भी इस बैडमिंटन मुकाबले में फाइनल का सफर तय नहीं किया था। भारत 1979 के बाद कभी भी इस टूर्नामेंट के फाइनल में नहीं पहुंचा। अब 43 साल बाद भारत ना सिर्फ इस मुकाबले में पहुँचा है, बल्कि फाइल में मुकाम बनाया है। भारत के पास इस टूर्नामेंट को जीतने का मौका है और वह इंडोनेशिया से फाइनल में भिड़ेगा।
अब सेमीफाइल मैचों की बात करें तो पहला मुकाबला किदांबी श्रीकांत ने डेनमार्क खिलाड़ी को हराकर जीता। और दूसरा युगल मैच सतविकसाइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने जीता। इस तरह से पाँच मैचों की सीरीज में दोनों टीमें 2-2 की बराबरी पर थी। भारत और डेनमार्क का आखिरी मैच काफी रोमांचक रहा। इस मैच में एचएस प्रणव ने डेनमार्क खिलाड़ी रॉसमास गेमके को 13-21 , 21-9 और 21-12 से हराया।
गौर करें तो भारत को इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल तक पहुंचने के लिए 43 वर्ष का समय लगा। अब भारत का फाइनल मुकाबला 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया से होगा। आपको यह भी बता दें कि डेनमार्क एकमात्र यूरोपियन देश है, जिसने इस टूर्नामेंट को साल 2016 में जीता था।
इससे पहले एच एस प्रणव ने क्वॉर्टर मुकाबला भी संघर्षपूर्ण तरीके से जीता था। सेमीफाइनल मुकाबले में पणव अच्छा खेल रहे रहे थे कि अचानक उनके पैर में चोट लग गई और वो पहला सेट गँवा बैठे। दूसरे सेट में उन्होंने शानदार वापसी की और उस संघर्षपूर्ण मुकाबले में दूसरा सेट जीत गए। तीसरे सेट में एचएस प्रणव ने आक्रामक खेल का मुजाहरा करते हुए मैच को भारत की झोली में डाल दिया। प्रणव ने ये मुकाबला 13-21 , 21-9 , 21-12 से जीता। इस तरह से भारत डेनमार्क के खिलाफ 3-2 से मुकाबला जीतकर फाइनल में प्रवेश कर गया।
बैंकॉक पर चल रहे थॉमस कप मुकाबले में भारत पहली बार फाइनल में पहुंचा है। इससे पहले 43 साल पूर्व भारत सेमीफाइनल तक पहुंचा था। अब भारतीय टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय कर थॉमस कप के इतिहास में तिरंगे का मान बढ़ाया है। फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का मुकाबला 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया से है।