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Jan Suraj Aandolan: नीतीश सरकार पर फूटा प्रशांत किशोर का गुस्सा 

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नीतीश सरकार को चेतावनी – अब नहीं चलेगा धोखा!

Jan Suraj Aandolan: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि अगर एक महीने के भीतर उनकी तीन बड़ी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो बिहार में जबरदस्त आंदोलन शुरू होगा। किशोर ने कहा कि अब जनता को सिर्फ वादों से बहलाया नहीं जा सकता – समय आ गया है जवाबदेही का।


जाति आधारित सर्वेक्षण पर श्वेत पत्र की मांग

किशोर ने सरकार से मांग की है कि वह जाति आधारित गणना पर तत्काल श्वेत पत्र जारी करे। उनका कहना है कि नीतीश कुमार ने विधानसभा में 94 लाख गरीब परिवारों को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक एक भी परिवार को यह सहायता नहीं मिली। उन्होंने सवाल किया कि अगर सरकार के पास रिपोर्ट है, तो फिर उस पर काम क्यों नहीं हो रहा?


दलित-महादलितों को जमीन दो, कागज़ी वादे नहीं!

प्रशांत किशोर ने दलित और महादलित समुदाय के बेघर परिवारों को जमीन देने के वादे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि 50 लाख परिवारों को तीन डिसमिल जमीन देने का वादा सिर्फ कागज़ों पर सीमित है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार केवल 2 लाख परिवारों को ही जमीन दी गई है और वो भी सिर्फ कागज़ पर – कब्जा अब तक नहीं मिला। किशोर ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार ने इन कमजोर वर्गों के साथ बड़ा धोखा किया है।


भूमि सर्वेक्षण में है भ्रष्टाचार, तुरंत रोको प्रक्रिया

राज्य में जारी भूमि सर्वेक्षण को लेकर किशोर ने सरकार पर करारा हमला बोला। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। अधिकारी जनता से जबरन पैसे वसूल रहे हैं। उन्होंने बताया कि जहां तेलंगाना और आंध्र प्रदेश ने 80% भूमि का सर्वे पूरा कर लिया है, वहीं बिहार में 2013 से शुरू हुई प्रक्रिया आज तक 20% भी पूरी नहीं हो सकी है। इसी वजह से जमीन विवादों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।


सड़कों पर उतरेगा जन सुराज

किशोर ने स्पष्ट किया कि अगर उनकी तीनों मांगें एक महीने के अंदर पूरी नहीं की जातीं, तो 11 मई से हस्ताक्षर अभियान शुरू होगा, जो बिहार के 40,000 राजस्व गांवों में चलेगा। 11 जुलाई को सरकार को एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर के साथ ज्ञापन सौंपा जाएगा। अगर तब भी सरकार नहीं जागी, तो मानसून सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव किया जाएगा।


अब या कभी नहीं!

प्रशांत किशोर ने कहा, “अगर सरकार को लगता है कि जनता सब भूल जाएगी, तो वह भारी भ्रम में है। अब लोग जवाब मांग रहे हैं। अगर सरकार वादा निभाने से पीछे हटती है, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और ऐसा आंदोलन करेंगे जो नीतीश सरकार की नींव हिला देगा।”

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