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झारखण्ड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने प्रोन्नति लागू करने की रखी जोरदार मांग
झारखण्ड में कर्मचारी महासंघ ने प्रोन्नति को लेकर किया बड़ा एलान
कुलपतियों को पत्र लिखकर की गई अपील
रांची। झारखण्ड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखकर तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की लंबित प्रोन्नति शीघ्र लागू करने की मांग की है। महासंघ ने साफ कहा है कि अगर समय पर निर्णय नहीं लिया गया तो हालात बिगड़ सकते हैं।
संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी
महासंघ के अध्यक्ष श्री धीरेन्द्र कुमार राय, महामंत्री श्री विश्वम्भर यादव, उपाध्यक्ष श्री संतोष कुमार, संयुक्त सचिव श्री वेद प्रकाश शुक्ला और अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर बताया कि –
- महासंघ ने पत्र संख्या 031 (दिनांक 06.08.2025) के माध्यम से कुलपतियों को संबोधित किया है।
- इससे पहले राज्य सरकार ने पत्र संख्या 689(अनु०) दिनांक 15.05.2024 में प्रोन्नति को मंजूरी दी थी।
- इसके बावजूद विश्वविद्यालयों की ओर से प्रोन्नति की प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं की गई है।
प्रमुख बिंदु
- कर्मचारियों के अधिकार: योग्य कर्मचारियों का प्रोन्नति पाना उनका वैधानिक अधिकार है।
- कुलपतियों की शक्ति: विश्वविद्यालय सेवा-संहिता के अनुसार कुलपतियों को व्यापक अधिकार प्राप्त हैं।
- देरी से असर: प्रोन्नति न होने के कारण वित्तीय और प्रशासनिक मामलों में पारदर्शिता प्रभावित हो रही है।
- कर्मचारियों का आक्रोश: लंबे इंतजार से कर्मचारियों का धैर्य टूट रहा है, जो राज्य के शैक्षणिक माहौल के लिए हानिकारक हो सकता है।
महासंघ की चेतावनी
महासंघ ने साफ कहा है कि अगर प्रोन्नति प्रक्रिया को शीघ्र लागू नहीं किया गया तो कर्मचारियों में बढ़ता असंतोष आक्रोश के रूप में सामने आ सकता है। संगठन ने कुलपतियों से अपील की है कि निर्णय जल्द लें ताकि सकारात्मक माहौल कायम रह सके।
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