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J&K Voting: जम्मू कश्मीर में दूसरे चरण के मतदान के बाद उमर, रैना और कर्रा समेत 239 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में बंद, 54.30 फीसदी हुआ मतदान
J&K Voting: जम्मू कश्मीर असेंबली चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बाद उमर, रैना और कार समेत 239 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में बंद हो गई। इस दौर में कुल 54.30 फीसदी मतदान हुआ।
सबसे अधिक मतदान रियासी में 71.81 और सबसे कम श्रीनगर जिले में 27.62 फीसदी हुआ। राजोरी और पुंछ जिले में 106 बॉर्डर मतदान केंद्रों तथा फेंस के पार बनाए गए 13 केंद्रों पर जमकर वोट पड़े।
पहली बार विदेशी राजनयिकों के दल ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया की जानकारी ली। अमेरिका, नॉर्वे और सिंगापुर सहित 15 देशों के राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को कश्मीर के बडगाम व श्रीनगर जिले में विधानसभा चुनावों का निरीक्षण किया।
वहीं विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में छिटपुट घटनाओं के बीच 54.30 फीसदी मतदान हुआ। जम्मू और कश्मीर संभाग की छह जिलों की 26 सीटों के लिए हुए चुनाव में पूर्व उप मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा, भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना, अपनी पार्टी अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी समेत 239 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया।
बॉर्डर इलाके में मतदान के लिए लोग भारी संख्या में पहुंचे। बता दें कि पहले चरण में 24 सीटों पर 61.38 फीसदी मत पड़े थे।
विदेशी राजनयिकों के दल ने कश्मीर में श्रीनगर व बडगाम में बने केंद्रों का दौरा कर मतदान प्रक्रिया की जानकारी ली। मतदाताओं से बात कर उन्होंने उनके अनुभव जाने।
साथ ही चुनाव आयोग की ओर से पिंक बूथ स्थापित करने के प्रयास को सराहा। विदेशी राजनयिकों के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे।
सबसे अधिक मतदान रियासी में 71.81 और सबसे कम श्रीनगर जिले में 27.62 फीसदी हुआ। राजोरी और पुंछ जिले में 106 बॉर्डर मतदान केंद्रों तथा फेंस के पार बनाए गए 13 केंद्रों पर जमकर वोट पड़े।
नई बनी श्री माता वैष्णो देवी सीट पर सबसे अधिक 75.29 फीसदी वोट बरसे। इसके साथ ही सबसे कम मतदान श्रीनगर की हब्बाकदल सीट पर 15.80 फीसदी हुआ, जहां कश्मीरी पंडित वोटर अधिक हैं।
चुनाव आयोग के राष्ट्रीय एंबेस्डर राकेश कुमार समेत कई दिव्यांगों ने भी मतदान किया। पिंक बूथ पर सभी विधानसभा हलकों में विशेष रुझान दिखा। श्रीनगर के डल झील में लोग शिकारे से मतदान करने गए।
दूसरे चरण में लगभग 15 हजार कश्मीरी पंडितों ने जम्मू, उधमपुर व दिल्ली में बने केंद्रों पर वोट डाले। जगती विस्थापित कॉलोनी के साथ ही शहर में बने अन्य केंद्रों पर सुबह से ही मतदाता लाइन में लगे थे।
पुंछ के मेंढर में दो-तीन मतदान केंद्रों पर छिटपुट पत्थरबाजी के मामले सामने आए हैं। इस दौरान हुई पत्थरबाजी में एक महिला पुलिस कर्मचारी घायल हो गई।
थन्नामंडी विधानसभा क्षेत्र से पीडीपी प्रत्याशी ने कई जगह पोलिंग बूथों पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है। हालांकि, जिला प्रशासन ने सभी आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया है।