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Jon Fosse Nobel Prize: जॉन फॉसे को मिला साहित्य का नोबेल पुरस्कार

जॉन फॉसे ने आत्महत्या पर लिखी बुक; लोगों की अनकही भावनाओं को लाए सामने

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Jon Fosse Nobel Prize: नोबेल प्राइज 2023 में साहित्य का नोबेल प्राइज नॉर्वे के लेखक जॉन फॉसे को दिया गया। नोबेल प्राइज कमेटी ने माना कि उनके नाटकों और कहानियों ने उन लोगों को आवाज़ दी, जो अपनी बातें कहने में सक्षम नहीं थे।

 

जॉन ने अपने नाटकों में ड्रामा के जरिए उन इंसानी भावनाओं को जाहिर किया है जो आमतौर पर ज़ाहिर नहीं की जा सकती हैं। जिसे समाज में टैबू समझा जाता है।

 

जॉन ने अपने पहले ही उपन्यास रेड एंड ब्लैक में आत्महत्या जैसे गहरे और संवेदनशील मुद्दे पर लिखा था। इनकी मशहूर किताबों में पतझड़ का सपना भी है।

 

नोबेल जीतने वाले को 8.33 करोड़ रुपए की राशि और एक गोल्ड मेडल दिया जाता है। नोबेल की घोषणा के बाद 64 वर्षीय जॉन ने कहा- मैं काफी खुश हैं। मुझे लगता है कि ये प्राइज उस तरह के साहित्य के लिए दिया गया है, जो साहित्य के अलावा कुछ नहीं।

 

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इस वर्ष के साहित्य के नोबेल पुरस्कार विजेता जॉन फॉसे ने उपन्यासों को एक ऐसी शैली में लिखा है जिसे ‘फॉसे मिनिमलिज्म’ के नाम से जाना जाता है। इसे उनके दूसरे उपन्यास ‘स्टेंग्ड गिटार’ (1985) में देखा जा सकता है। फॉसे अपनी लेखनी में उन कष्टप्रद भावनाओं को शब्दों में जिक्र करते हैं, जिसे सामान्य तौर पर लिखना मुश्किल होता है।

 

जॉन ने अपने नॉवेल मॉर्निंग एंड ईवनिंग में एक मछुआरे की कहानी बताई है। इसे दो हिस्सों में लिखा गया है। पहले हिस्से में मछुआरे की जिंदगी को उसके पिता के नज़रिए से बताया गया है, जबकि दूसरे हिस्सा उसकी मौत को लेकर है।

 

जॉन फॉसे वर्ष 1959 में नॉर्वे में पैदा हुए। 7 साल की उम्र में उनका भयानक एक्सीडेंट हुआ था। इसमें वो बाल-बाल बचे थे। उनकी लिखावट पर इस हादसे का गहरा असर दिखाई देता है। उनकी पहली नॉवेल रेड-ब्लैक 1983 में छपी थी।

 

उनकी किताबों को 40 से ज्यादा भाषाओं में ट्रांसलेट किया जा चुका है। लेखक के तौर पर शुरुआती दिनों में जॉन को संगीत का भी काफी शौक था। वो गानों की धुन खुद क्रिएट करते थे। जॉन को डेली टेलीग्राफ ने दुनिया के 100 लिविंग जीनियस की लिस्ट में 83वें नंबर पर रखा है।

 

जॉन फॉसे अपनी कहानियों और नाटकों के जरिए इंसान के अस्तित्व को लेकर भी कई तरह के सवाल उठाते हैं। उनका नॉवेल ए न्यू नेम सात किताबों का संग्रह है। इसमें उन्होंने एक बूढ़े आदमी की भगवान से बातचीत को बताया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक जॉन उन लेखकों में शामिल हैं, जिनकी कहानियों में गहरा मतलब छिपा होता है।

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