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NAMAZ@QUTB MINAR: कुतुब मीनार परिसर में नमाज़ सहित धार्मिक कार्यक्रमों पर बैन

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने कोर्ट में हलफनामा दायर कर धार्मिक कार्यों पर प्रतिबंध लगाया

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NAMAZ@QUTB MINAR : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने अदालत में ये साफ कर दिया है कि दिल्ली स्थित विश्व प्रसिद्ध कुतुब मीनार में कानूनी तरीके से किसी भी धार्मिक गतिविधि की अनुमति नहीं दी जाएगी।

NAMAZ@QUTB MINAR: ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) के साकेत कोर्ट में जमा किए गए हलफनाम के बाद दिल्ली स्थित कुतुब मीनार परिसर में अब नमाज नहीं पढ़ी जा सकेगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने साफ किया है कि कुतुब मानीर एक नॉन लिविंग मॉन्यूमेंट (निर्जीव स्मारक) है। इसके परिसर में धार्मिक गतिविधियों के लिए पहले से ही मनाही थी , हालाँकि ये प्रतिबंधित नहीं था।

NAMAZ@QUTUB MINAR: एएसआई के अधिकारियों के मुताबिक देशभर में ऐसे अनगिनत निर्जीव स्मारक हैं, जहां पर पूजा-पाठ, नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद कुतुब मीनार परिसर में नमाज पढ़ी जा रही थी। अब यहां नमाज पढ़ने वालों को ऐसा करने से मना किया गया है। पांच दिन से यहां नमाज बंद है। और आगे भी ये प्रतिबंध जारी रहेगा।

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बता दें कि कुतुब मीनार में धार्मिक कार्यों को लेकर काफी दिनों से हवा चल रही थी। हिंदू समुदाय का कहना था कि 27 मंदिरों को तोड़कर कुतुब मीनार बनाई गई थी। मस्जिदों के अवशेष अब भी मौजूद हैं। इसलिए वहाँ मंदिरों को दोबारा बनवाया जाए। वहीं मुस्लिम पक्ष का कहना है कि पुरातत्व विभाग ने कुव्वत उल मस्जिद में नमाज बंद करवा दी है। इसी मामले में एएसआई ने दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट में अपनी तरफ से हलफनामा दायर कर दिया है। एएसआई ने हलफनामे में कुतुब मीनार परिसर में धार्मिक कार्य करने पर पाबंदी लगा दी है।

एएसआई के अधिकारियों के मुताबिक बिना जानकारी के कुछ लोग कुतुब मीनार परिसर में नमाज पढ़ने की जिद कर रहे थे, ऐसे लोगों से अनुमति-पत्र या इससे संबंधित दस्तावेज मांगा गया था। वे लोग कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। इसलिए उन्हें वापस भेज दिया गया।

एएसआई अफसरों ने साफ किया है कि ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार संरक्षित स्मारक स्थल पर कानूनी तौर पर धार्मिक गतिविधि करने की अनुमति नहीं है। इससे पहले एएसआई ने धार्मिक जब तक एएसआई ने किसी को ऐसा करने से नहीं मना किया और बात कार्यों के लिए परिसर में मनाही नहीं की थी। अब एएसआई ने ऐसा फैसला लिया है। ऐसे में यहां धार्मिक गतिविधि करना गैर कानूनी है। ऐसा करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। इससे पहले फिरोजशाह कोटला स्मारक स्थल पर भी पुरातत्व विभाग मे नमाज पर रोक लगाई थी।

बता दें क क़ुतुब मीनार दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली में स्थित है। कुतुब मीनार ईंट से बनी संसार की सबसे ऊँची मीनार है। यह दिल्ली का एक प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है। इसकी ऊँचाई 72.5 मीटर (237.86 फीट) और डायामीटर 14.3 मीटर है, जो ऊपर जाकर शिखर पर 2.75 मीटर (9.02 फीट) रह जाता है। इसमें 379 सीढियाँ हैं। मीनार के चारों ओर बने अहाते में भारतीय कला के कई उत्कृष्ट नमूने हैं। जिनमें से अनेक इसके निर्माण काल सन् 1192 के हैं। यह परिसर यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के रूप में संरक्षित धरोहर में से एक है।

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