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REPO RATE 4.9 PC: आरबीआई की मॉनीटरी पालिसी कमेटी ने रेपो रेट 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर अब 4.9 फीसदी कर दिया है। अब रेपो रेट के बढ़ने से होम लोन, कार लोन सहित अन्य कर्ज की ईएमआई बढ़ जाएगी।
REPO RATE 4.9 PC: आरबीआई की मॉनीटरी पालिसी कमेटी ने रेपो रेट 0.50 प्रतिशत बढ़ाकर अब 4.90 फीसदी कर दिया है। अब रेपो रेट के बढ़ने से होम लोन, कार लोन सहित अन्य कर्ज की ईएमआई बढ़ जाएगी। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्याज दरों पर लिए फैसलों की जानकारी दी।
बढ़ती महंगाई से चिंतित RBI ने रेपो रेट में 0.50% इजाफा किया। इससे रेपो रेट 4.40% से बढ़कर 4.90% हो गई है। यानि होम लोन से लेकर ऑटो और पर्सनल लोन सब कुछ महंगा हो जाएगा। इससे ज्यादा EMI चुकानी होगी। ब्याज दरों पर फैसले के लिए 6 जून से मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग चल रही थी। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को पीसी कर ब्याज दरों पर लिए फैसलों की जानकारी दी।
बता दें कि रेपो रेट वो दर होती है जिस पर RBI से बैंकों को कर्ज मिलता है, जबकि रिवर्स रेपो रेट उस दर को कहते है जिस दर पर बैंकों को RBI पैसा रखने पर ब्याज देती है। जब RBI रेपो रेट घटाता है, तो बैंक भी ब्याज दरों को कम करते हैं। यानि ग्राहकों को दिए जाने वाले लोन की ब्याज दरें कम होती हैं, साथ ही EMI भी घटती है।
इसी तरह जब रेपो रेट में बढ़ोतरी होती है, तो ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण ग्राहक के लिए कर्ज महंगा हो जाता है।
ये भी गौर करें कि होम लोन की ब्याज दरें 2 तरह से होती हैं। पहली फ्लोटर और दूसरी फ्लेक्सिबल। फ्लोटर में आपके लोन की ब्याज दर शुरू से आखिर तक एक जैसी रहती है। इस पर रेपो रेट में बदलाव का कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं फ्लेक्सिबल ब्याज दर का कर्ज लेने पर रेपो रेट में बदलाव होने पर आपके लोन के ब्याज दर पर भी फर्क पड़ता है। ऐसे में अगर आपने पहले से फ्लेक्सिबल ब्याज दर लोन ले रखा है तो आपके लोन की EMI भी बढ़ जाएगी।
बता दें कि RBI ने 2 और 3 मई को इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेपो रेट को 4% से बढ़ाकर 4.40% कर दिया था। और अब 0.50 फीसदी बढ़ाकर इसे 4.9 फीसदी कर दिया। 22 मई 2020 के बाद मई 2022 में रेपो रेट में ये बदलाव हुआ।