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SS Rajamouli: राजामौली की सभी 12 फिल्में हिट, जूनियर NTR से रामचरण तक साउथ को 4 दिए सुपरस्टार

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SS Rajamouli: डायरेक्टर एस.एस राजमौली की फिल्म RRR की 12वीं फिल्म के नाटू-नाटू ने ऑस्कर जीता है। राजामौली एकमात्र डायरेक्टर हैं, जिनकी सारी फिल्में हिट रही हैं। 2001 में आई स्टूडेंट नंबर 1 से लेकर RRR तक राजामौली ने हर बार अपनी फिल्म के लिए कोई नया सब्जेक्ट चुना। सिर्फ फिल्में ही हिट नहीं हुई हैं, इन फिल्मों से साउथ फिल्म इंडस्ट्री को कई सुपरस्टार्स भी मिले हैं।

SS Rajamouli: राजामौली ने जूनियर एनटीआर, रामचरण तेजा, रवि तेजा और नितिन जैसे 4 सुपरस्टार्स भी दिए हैं। राजामौली ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन शोज डायरेक्ट करने से की थी, जिसके बाद आज वो मगधीरा, ईगा, बाहुबलीः द बिगनिंग, बाहुबलीः द कॉन्क्लूजन जैसी हाईएस्ट ग्रॉसिंग फिल्में दे चुके हैं।

अब जानते हैं कैसा था राजामौली का टीवी से लेकर भारत के टॉप डायरेक्टर बनने तक का सफर-

SS Rajamouli: एसएस राजामौली के पिता केवी विजयेंद्र प्रसाद इंडियन स्क्रीन राइटर और डायरेक्टर हैं जो हिंदी, तमिल, तेलुगु भाषा का कई फिल्मों की कहानी लिख चुके हैं। 1988 से लेकर अब तक विजयेंद्र प्रसाद ने 20 से ज्यादा ब्लॉकबस्टर फिल्में लिखी हैं, जिनमें बाहुबली सीरीज, बजरंगी भाईजान, मणिकर्णिका, थलाइवी, मगधीरा और RRR भी शामिल हैं।

करियर की शुरुआत राजामौली ने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर की थी। उनके हुनर से उन्हें तेलुगु टीवी शो डायरेक्टर करने का मौका मिला था। शुरुआती समय में राजामौली ने राघवेंद्र राव के साथ तेलुगु ड्रामा सीरीज शांति निवासन डायरेक्ट की थी।

SS Rajamouli: राजामौली ने साल 2001 में तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। उनके डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म स्टूडेंट नं 1 थी, जिसमें जूनियर एनटीआर लीड हीरो थे। 1.80 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 12.09 करोड़ की कमाई की थी। ये फिल्म के राघवेंद्र राव ने ही प्रोड्यूस की थी। राजामौली के निर्देशन में बनी ये फिल्म जूनियर एनटीआर की पहली सुपरहिट फिल्म थी। इसके दो साल बाद राजामौली और जूनियर एनटीआर ने सिमहाद्री (2003) के लिए हाथ मिलाया। ये फिल्म भी एक बड़ी हिट साबित हुई थी।

दो सालों के अंतर में राजामौली ने अपने पसंदीदा हीरो मलयालम स्टार मोहन लाल के साथ पहली माइथोलॉजिकल फिल्म की तैयारियां शुरू की थीं, हालांकि किन्हीं कारणों से ये फिल्म कभी बन ही नहीं सकी।

निर्देशक की तीसरी फिल्म थी साई (2004), जिसमें नितिन और जेनेलिया डिसूजा लीड रोल में थे। ये पहली बार था जब टॉलीवुड की हिस्ट्री में रग्बी फिल्म पर कोई फिल्म बनी थी। 8 करोड़ के बजट में तैयार हुई ये फिल्म राजामौली के करियर की सबसे महंगी फिल्म थी जो एक साल तक थिएटर्स से नहीं उतरी थी। फिल्म ने 13 करोड़ का बिजनेस किया था। फिल्म को 4 नंदी अवॉर्ड से नवाजा गया था।

फिल्म मगधीरा एक हजार दिनों तक सिनेमाघरों में चली थी।

साल 2006 की फिल्म विक्रमार्कुदू राजामौली के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। रवि तेजा स्टारर इस फिल्म को कन्नड़, तमिल और हिंदी भाषा (राउडी राठोड़) में रीमेक किया गया।

साल 2009 की फिल्म मगधीरा ने राजामौली को साउथ इंडस्ट्री के अलावा देशभर में पहचान दिलाई। काजल अग्रवाल, रामचरण स्टारर इस फिल्म को 35 करोड़ के बड़े बजट में तैयार किया गया था, जिसने 150 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था। ये फिल्म 1,000 दिनों तक सिनेमाघरों में लगी रही थी, जिसने सबसे ज्यादा चलने वाली फिल्म चंद्रमुखी का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। ये साउथ की सबसे हिट फिल्म बन गई थी, जिसने दो नेशनल अवॉर्ड, 6 फिल्मफेयर और 9 नंदी अवॉर्ड हासिल किए थे। ये वही फिल्म है जिनसे लीड एक्टर रामचरण और काजल अग्रवाल को स्टॉरडम दिलवाया था। मगधीरा ही साउथ इंडस्ट्री में पीरियड ड्रामा और सोशियो-फैंटेसी का ट्रेंड लेकर आई थी।

इसके बाद राजामौली ने मर्यादा रामन्ना (हिंदी रीमेक सन ऑफ सरदार), ईगा (मक्खी) डायरेक्ट की। मर्यादा रामन्ना ने 60 करोड़ और ईगा ने 130 करोड़ कलेक्शन किया था।

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एसएस राजामौली ने साल 2015 में भारत की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म दी, जिसका नाम है बाहुबली। इस फिल्म ने राजामौली को दुनियाभर में पहचान दिलाई।

फिल्म ने रिलीज के पहले ही दिन दुनियाभर में 75 करोड़ रुपए कमाई की थी। जो भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे बड़ी ओपनिंग थी। बाद में इस फिल्म का रिकॉर्ड 2016 की कबाली ने 82 करोड़ कलेक्शन करके तोड़ा था। ये पहली साउथ फिल्म थी जिसने 300 करोड़ से ज्यादा कमाई की थी, जिसमें से 263 करोड़ महज एक दिन का ही कलेक्शन था। इसके बाद से ही भारत में पैन इंडिया फिल्मों का चलन शुरू हुआ था। फिल्म ने दुनियाभर में 650 करोड़ का बॉक्स ऑफिस किया था, जबकि इसके दूसरे पार्ट बाहुबलीः द कन्क्लूजन (2017) ने 1800 करोड़ की कमाई कर नया रिकॉर्ड बनाया था।

ये साउथ सिनेमा की हिस्ट्री की सबसे बड़ी हिट और इंडियन सिनेमा की हिस्ट्री में दंगल के बाद दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है।

राजामौली अपनी हर फिल्म को परफेक्ट बनाने के लिए उसमें खास हथियार जोड़ते हैं। ये सिलसिला पिछले कई सालों से चला आ रहा है। राजामौली की हर फिल्म में लीड एक्टर के हाथ में नए तरीके का हथियार दिखना आम हो चुका है।

सबसे पहले राजामौली ने खासतौर पर सिम्हादरी फिल्म में लीड एक्टर जूनियर एनटीआर के लिए दो तरफ धार रखने वाली कुल्हाड़ी डिजाइन करवाई थी। इस फिल्म की पॉपुलैरिटी के बाद ये सिलसिला चल पड़ा।

राजामौली की फिल्म छत्रपति में प्रभास के हाथों में एक कुल्हाड़ी की तरह का नया हथियार देखा गया था।

इस फिल्म में रवि तेजा ने नुकीला धारदार हथियार इस्तेमाल किया था। ये हथियार देखने में ही इतना डरावना था कि फाइटिंग सीन में रोंगटे खड़े होना जाहिर था।

इस पीरियड ड्रामा के कई बेहतरीन एक्शन सीन थे, जिनमें हजारों हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। इन सभी हथियारों को फिल्म के लिए ही तैयार करवाया गया था। रामचरण के अलावा नेगेटिव रोल में दिखे राणादेव भिल्ला का हथियार भी काफी हाईलाइट हुआ था।

साउथ की फिल्म ईगा में पहली बार एक मक्खी को हीरो की तरह पेश किया गया था। फिल्म में इस किरदार ने एक सुई को अपना हथियार बनाया था।

राजामौली ने 2015 की फिल्म बाहुबली के लिए 20 हजार हथियार डिजाइन करवाए थे। इसमें एक्शन सीन में नई तरकीबों और नए तरीके के हथियार दिखे थे। भल्लारदेव का रथ जिसमें धारदार हथियार थे, दर्शकों के लिए बेहद नया था। बाहुबली और कालाकेय के हथियार भी काफी यूनीक थे। फिल्म में नजर आए सभी हथियारों का एक म्यूजियम भी बनवाया गया है।

राजामौली ने साल 2001 में रमा से शादी की थी। रमा, डायरेक्टर से उम्र में बड़ी थीं और पहले से शादीशुदा और एक बच्चे की मां थीं। जब रमा का तलाक हुआ तो राजामौली ने उनका खूब सपोर्ट किया था। धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे और एक दिन राजामौली ने उन्हें शादी की प्रस्ताव दे दिया। रमा का पहली शादी से एक बेटा था और शादी के बाद राजामौली ने एक बेटी भी गोद ली है।

एक फिल्म की शूटिंग के दौरान राजामौली अपने कॉस्ट्यूम डिजाइन से संतुष्ट नहीं थे। जब रमा ने उनकी परेशानी देखी तो उन्होंने खुद राजामौली के डिजाइन करने का फैसला किया। एक इंटरव्यू के दौरान रमा ने कहा है कि वो कभी डिजाइनर नहीं बनना चाहती थीं, लेकिन वो राजामौली का दिमाग पढ़ सकती हैं, इसलिए उनके लिए डिजाइन करती हैं।

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