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Bihar Panchayat Elections 2026: नए परिसीमन के बिना होंगे चुनाव?

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बिहार में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही पंचायत चुनाव की धूम मच गई। उम्मीदवार गांव-गांव घूम रहे हैं। तैयारी जोरों पर है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक सवाल गरम है – क्या नए परिसीमन के आधार पर बिहार पंचायत चुनाव 2026 (Bihar Panchayat Elections 2026) होंगे? अफवाहें फैल रही हैं। लोग कन्फ्यूज हो गए।

अक्टूबर 2026: चुनाव की आधिकारिक संभावना

पंचायती राज विभाग ने क्लियर कर दिया। चुनाव तय समय पर होंगे। अफवाहें बंद करो। उम्मीदवारों को राहत मिलेगी। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा। पंचायत चुनाव अक्टूबर 2026 तक हो जाएंगे। यह तय समय है। देरी नहीं होगी। पहले भी ऐसे ही चुनाव हुए। अब भी वही प्लान। आप तैयारी जारी रखें। चुनाव आयोग फैसला लेगा। लेकिन समय यही रहेगा। गांवों में उत्साह बढ़ेगा।

नए परिसीमन की चर्चाओं का खंडन

नए परिसीमन पर बहस गर्म है। लेकिन अफवाहें झूठी हैं। आधिकारिक जानकारी कहती है – नहीं होगा ऐसा। पुराने आधार पर ही चुनाव। इंटरनेट पर वायरल पोस्ट गलत। विभाग ने खारिज किया। उम्मीदवार चिंता न करें। वोटिंग शेड्यूल पुराने नक्शे पर।

परिसीमन क्यों नहीं होगा: जनगणना और रिपोर्टिंग का जटिल चक्र

परिसीमन जनगणना के बाद होता है। केंद्र सरकार ने 2026 में जनगणना घोषित की। लेकिन समय कम है। रिपोर्ट देर से आएगी। चुनाव पहले हो जाएंगे। साफ तस्वीर यही है।

केंद्र जनवरी या फरवरी 2026 में शुरू करे तो भी। अंतिम रिपोर्ट में एक साल लगेगा। डेटा इकट्ठा करना लंबा काम। गिनती के बाद चेकिंग। फिर रिपोर्ट। इतना समय। चुनाव इंतजार नहीं करेंगे। पुरानी जनगणना पर निर्भर रहना पड़ेगा।

चुनाव बनाम रिपोर्ट प्रकाशन की समय सीमा

रिपोर्ट आने से 3-4 महीने पहले चुनाव खत्म। अक्टूबर में वोटिंग। रिपोर्ट नवंबर या उसके बाद। नया परिसीमन लागू कैसे? असंभव है। जैसे ट्रेन छूट गई तो अगली का इंतजार। वही हाल यहां। बिहार पंचायत चुनाव 2026 पुराने आधार पर। कयास बंद।

आरक्षण पर सवाल उठे। इस बार फॉर्मेट बदलेगा। 10 साल पुराना चक्र घूमेगा। जनसंख्या देखी जाएगी। उम्मीदवार नोटिस करें। बड़ा बदलाव आएगा।

अंतिम जनगणना 2011 की। 2021 में कोरोना रुक गया। अब हर पंचायत की आबादी 6500 से बढ़कर 10,000 पार। डेढ़ गुना हो गई। पंचायत छोटी लगने लगी। लोग बढ़े। वोटर बढ़े। आरक्षण इसी पर बनेगा। पुराना डेटा पुराना।

  • 2011: औसत 6500 लोग प्रति पंचायत।
  • अब: 10,000 से ज्यादा।
  • असर: सीटें रोटेट होंगी।
    पदवार आरक्षण चक्र में बदलाव

जिन पदों पर 10-10 साल SC या अति पिछड़ा रहा। वे अब सामान्य होंगे। चक्र पूरा। नया रोटेशन शुरू। जैसे पहिया घूमा। अब नई बारी। OBC या अन्य को मौका। उम्मीदवार चेक करें अपने क्षेत्र। बदलाव तय।

जनसंख्या आधारित आरक्षण का नया आधार

आरक्षण अब जनसंख्या पर। SC और अति पिछड़ा के हिसाब से। ज्यादा आबादी तो ज्यादा सीट। कम तो कम। फेयर होगा। पहले फिक्स था। अब डायनामिक। बिहार पंचायत चुनाव 2026 में यही नियम। गांव वाले खुश होंगे।

अगर भविष्य में परिसीमन हो तो। पंचायतें बढ़ेंगी। हर प्रखंड में 1.25 से 1.5 गुना। आबादी बंटेगी बेहतर। लेकिन अब नहीं। चुनाव बाद सोचना।

जनगणना रिपोर्ट पर। नया परिसीमन। प्रखंडों में पंचायतें सवा गुना। या डेढ़ गुना। छोटे गांव छोटे। बड़े बड़े। बैलेंस आएगा।

मौजूदा: पुरानी संख्या।
नया: 25-50% बढ़ोतरी।
फायदा: बेहतर कवरेज।

लेकिन 2026 चुनाव में नहीं। बाद में देखना।

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